

उन्होंने कहा कि अमेठी में अब तक नामदारों का ही बोलबाला था, जो पैसे के बल पर चुनाव जीतते थे। लेकिन यहां की जनता ने इस बार नामदारों नहीं बल्कि कामगारों को चुना है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह गौरव की बात है कि मैं यहां की जनता की दीदी हूं और एक सांसद नहीं बहन के नाते आप सबकी सेवा करूंगी।
एंबुलेंस से बीमार युवती को भेजा अस्पताल
परिवार के लोग भी उसके संग मौजूद थे। स्मृति ने युवती को देखते ही अपने वाहन को रुकवा दिया। स्मृति ने वाहन से उतरकर परिवार के लोगों से बात की तो पता चला कि युवती कूरा गांव के भीम नारायण की पुत्री आरती है।
आरती का कुछ समय पूर्व एक्सीडेंट हो गया था और अब वह अपने पैरों पर चलने से लाचार है। परिवारीजन उसे अस्पताल ले जाने के लिए निकले हैं। इतना सुनते ही स्मृति ने अपने काफिले में शामिल सरकारी एंबुलेंस से युवती को जिला अस्पताल भेजवाया। इतना ही नहीं स्मृति ने परिवारीजनों से कहा कि कोई भी दिक्कत आए तो वे शाम को गौरीगंज में उनसे मिल सकते हैं।