
इलाहाबाद। इलाहाबाद के नैनी सेन्ट्रल जेल के बाहर आज उस समय हंगामा मच गया जब जेल के गेट पर कुछ लोग एक महिला के शव को लेकर पहुंच गये। दरअसल, मृतक महिला का इकलौता बेटा जेल में हत्या के प्रयास के मामले में बंद है बेटे को मां के अंतिम संस्कार के लिये पेरोल नही मिली।
अंतिम संस्कार के लिये इकलौते बेटे को पेरोल न मिलने से नाराज परिवार वाले आक्रोशित हो गये और महिला के शव को लेकर सीधे नैनी सेन्ट्रल जेल पहुंच गये।
इलाहाबाद के कीडगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली सुषमा तिवारी की मंगलवार को मौत हो गयी थी। जिसके बाद जेल में बंद उसके इकलौते बेटे गोपाल की पेरोल के लिये घरवालों ने प्रयास शुरु किया लेकिन उसे पेरोल नही मिली। पेरोल न मिलने से गुस्साये परिजन महिला के शव को लेकर अंतिम संस्कार करने के बजाय नैनी सेन्ट्रल पहुंच गये।
जेल के बाहर जुटी लोगों की भीड़ जेल में बंद बेटे को मां के अंतिम दर्शन कराने की मांग करने लगी, लेकिन जेल अफसरों नें नियमों का हवाला देते हुये बेटे को अंतिम दर्शन की इजाजत नही दी।
वही महिला के साथ आये परिजनो का आरोप है कि जेल के अफसर मरी हुई मां के चेहरे को बेटे को दिखाने के लिये लगातार रुपयों की मांग कर रहे थे।
परिजन 5000 रुपये देने को भी तैयार हो गये थे लेकिन जेल के अधिकारियों की मांग लगातार बढ़ती जा रही थी जिस कारण बात नही बन सकी। अंत मे मायूस परिजन सरकार औऱ सिस्टम को कोसते हुये जेल गेट से वापस चले गये