
नई दिल्ली : देश का सिरमौर चुनने के लिए राजनीतिक किलेबंदी चरम पर हैं। वहीं पहले दौर की वोटिंग हो चुकी है और दूसरे दौर के लिए तैयारी जारी हैं । जहां पहले दौर में 18 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेश में वोट डाले गए और यूपी समेत ज्यादातर राज्यों में कम वोटिंग हुई हैं।
बता दें की पश्चिम उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों के लिए गुरुवार को हुए मतदान में 63.69% वोटिंग हुई। साल 2014 के मुकाबले गौतमबुद्ध नगर और मेरठ को छोड़कर हर जगह कम लोग मतदान केंद्रों तक पहुंचे हैं।
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लेकिन पहले दौर में 3 केंद्रीय मंत्रियों, गाजियाबाद से वीके सिंह, बागपत से सत्यपाल सिंह और गौतमबुद्ध नगर से महेश शर्मा मैदान में थे. गाजियाबाद में 55.78% वोटिंग हुई जो पिछले बार की तुलना में 1.16% कम है।
खबरों के मुताबिक नोएडा में 60.47 फीसदी मतदान हुआ, जहां पिछले बार की तुलना में 0.08 फीसदी की मामूली बढ़त देखने को मिली. वहीं कैराना, बागपत, बिजनौर और सहारनपुर में कम लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया हैं । जहां चुनाव आयोग के मुताबिक, सहारनपुर में 70.82, कैराना में 67.46, मुजफ्फरनगर में 68.22, बिजनौर में 64, बागपत में 64.22 और मेरठ में 64.18 फीसदी मतदान हुआ हैं ।
नए राज्य तेलंगाना में कम वोट पड़े. नया राज्य बनने के बाद पहली बार लोकसभा के चुनाव में भारी गिरावट देखी गई. वोटिंग के मामले में राज्य की 17 में से एक भी सीट ने 2014 का आंकड़ा पार नहीं किया गया हैं ।
हालांकि, तेलंगाना में करीब 63 फीसदी मतदान हुआ हैं। मिसाल के तौर पर निजामाबाद सीट पर 68.33 फीसदी वोट पड़े. 2014 में यहां 69.11 % वोट पड़े थे. ये सीट तब सुर्खियों में आई थी, जब यहां से 170 किसानों ने पर्चा भरा था ।
हैदराबाद में 8 फीसदी से कम वोटिंग हुई। जहां इस बार वहां 44.75 फीसदी वोट पड़े हैं। लेकिन कुछ ऐसा ही हाल सिकंदराबाद और मलकाजगिरी संसदीय सीटों का भी रहा हैं । जहां क्रमश: 46.26 और 49.4 फीसदी वोट पड़े हैं।
महाराष्ट्र की 7 लोकसभा सीटों में पहले दौर में वोटिंग हुई, जहां 61.81 फीसदी वोट पड़े. 7 में से 4 लोकसभा सीटों पर कम वोटिंग हुई हैं ।भंडारा- गोंदिया में इस बार 68.27% मतदान हुआ, जो पिछली बार के मुकाबले 4.04 फीसदी कम था। जहां इसी तरह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के चुनाव क्षेत्र और आरएसएस के गढ़ नागपुर में 54.74 फीसदी वोट पड़े, जो पिछली बार के मुकाबले 2.38 फीसदी कम है ।
आंध्र में मामला थोड़ा अलग है. यहां 2014 के मुकाबले करीब 1 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ हैं। साल 2014 में जहां 77.80 % वोट पड़े थे. वहीं, इस बार 79.64 वोटिंग हुई. कुछ जगह के मतदान के आंकड़े नहीं मिल पाए हैं क्योंकि वहां रिपोलिंग की मांग की गई है।
उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर 2014 के मुकाबले थोड़ी कम वोटिंग हुआ. पिछले बार यहां 61.50 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 59.89 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया हैं। वहीं लोकसभा चुनाव के पहले दौर के तहत कुल 91 सीटों पर वोट डाले गए हैं बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले दौर के तहत कुल 91 सीटों पर वोट डाले गए हैं। इसमें करीब 14 करोड़ 20 लाख वोटरों ने 1279 उम्मीदवारों की किस्मत तय की हैं। जहां इसमें करीब 14 करोड़ 20 लाख वोटरों ने 1279 उम्मीदवारों की किस्मत तय की हैं।
दरअसल चुनाव आयोग के अपडेट के मुताबिक, इनमें कुछ आंकड़ों में कुछ फेरबदल हो सकता है। लेकिन अभी 6 दौर की वोटिंग बाकी है। वहीं उम्मीद है कि आने वाले चरणों में लोग घरों से बाहर निकलेंगे और अपने मताधिकार का प्रयोग जमकर करेंगे।