
नई दिल्ली। भाजपा सरकार का पुरजोर समर्थन करने वाली शिवसेना ने मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के माध्यम से कहा गया है कि मोदी सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी का फैसला गलत है। भाजपा नेताओं को भ्रम है कि कालाधन ख़त्म हुआ है। यह भी कहा गया कि सरकार अंधी और बहरी है, क्योंकी उसे जनता की दबी हुई सिसकियां, होने वाली लोगों की मौत और भूख के लिए निवाले को तरसते लोगों की आवाज सुनाई नहीं देती। हाल ही में आरबीआई के सामने महिला के कपड़े उतारने वाले मामले को उठाते हुए सवाल किया गया कि आखिर क्यों उस महिला की वेदना सरकार को समझ में नहीं आई। यदि ऐसा है तो यह भी दिल्ली की सड़क पर घटा पुरस्कृत निर्भया कांड ही है।
सरकार अंधी और बहरी
शिवसेना ने कहा कि इतनी बहरी और निर्मम सरकार 10 हजार साल में नहीं आई। पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे संपादकीय में कहा गया कि भाजपा नेताओं को भ्रम है कि नोटबंदी से कालाधन खत्म हो गया है।
लेख में दिल्ली में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कार्यालय के सामने महिला के निर्वस्त्र होने का उल्लेख करते हुए लिखा, ‘एक अबला सड़क पर खुलेआम सड़क पर कपड़े उतारकर सरकार को बहिष्कृत करती है, यह भी दिल्ली की सड़क पर घटा पुरस्कृत निर्भया कांड ही है।
शिवसेना ने कहा, ‘यदि आप इस महिला के कृत्य को राष्ट्रवाद की संज्ञा देते हैं तो आपके दिमाग का इलाज कराने के लिए तालिबानी डॉक्टर की जरूरत है।’
वहीं मुख्यमंत्री की ओर निशाना साधते हुए सवाल किया कि सीएम साहब आप किस तरफ है नोटबंदी या असहाय महिला।
आरबीआई गेट के सामने हुई घटना पर कहा गया कि यदि महिला की दुख या पीड़ा सरकार को न समझ में आई हो तो इतनी निर्मम और बहरी सरकार पिछले 10 हजार साल में नहीं आई होगी।
उनका कहना है कि महिलाओं की दबी हुई सिसकियों और आक्रोश को इस महिला ने सड़क पर ला दिया है।




