मुसलमानों को बिरयानी का तेज़ पत्ता समझती है समाजवादी पार्टी

समाजवादी पार्टीलखनऊ। उत्‍तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले ही मुस्‍लिम वोट बैंक को लेकर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक-दूसरे के सामने ताल ठोंकते नजर आ रहीं हैं।  बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दकी ने समाजवादी पार्टी पर मुस्लिम लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया है।

बहुजन समाज पार्टी के भाईचारा सम्मेलन में लोगों को संबोधित करते हुए सिद्दकी ने कहा कि समाजवादी पार्टी मुसलमानों को बिरयानी में खुशबू लाने वाले तेजपत्ते की तरह इस्तेमाल करती है और बिरयानी के तैयार हो जाने पर निकालकर फेंक देती है।

सिद्दकी ने कहा, ‘मुसलमान लोग पिछले 25 सालों से समाजवादी पार्टी के लिए वोट कर रहे हैं। हमारी महिलाएं काफी अच्छा खाना बनाती हैं। वे जानती हैं कि जब बिरयानी बनाते हैं तो खुशबू और स्वाद देने के लिए तेजपत्ते का इस्तेमाल होता है। लेकिन जब वह खाने के लिए परोसी जाती है तो सबसे पहले तेजपत्ते को निकाला जाता है क्योंकि उसका काम पूरा हो गया होता है।

उन्‍होंने कहा कि इसी तरीके से सपा मुसलमानों का इस्तेमाल चुनावी हवा बनाने के लिए करती है लेकिन चुनाव होने के बाद उन्हें अकेला छोड़ देती है।’ उन्‍होंने मुसलमानों और दलितों के एकजुट होने की भी बात की।

सिद्दकी का कहना है कि मुसलमान और दलित गोरक्षा और गोमांस के नाम पर पिटते हुए एक दूसरे को देखते रहते हैं। एक दूसरे को ऐसी हालत में देखते रहने से अच्छा है कि एकजुट होकर सभी जुर्मों और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई जाए। अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए सिद्दकी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राज में 400 से ज्यादा सांप्रदायिक दंगे हुए। उन्होंने कहा, ‘दंगे खुद नहीं होते, करवाए जाते हैं। अगर दंगे खुद हो जाते तो फिर बसपा के पांच साल के राज में क्यों नहीं हुए। सपा और बीजेपी दंगे करवाती है। बचकर रहना चुनाव से पहले भी दंगे हो सकते हैं।’

 

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