
नई दिल्ली| केंद्रीय वस्त्र मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को कहा कि पिछले दो सालों में 24 वस्त्र पार्को को मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि 4500 करोड़ रुपए के संभावित निवेश और 66,000 लोगों को रोजगार देने के लिए एकीकृत वस्त्र पार्क योजना के अंतर्गत 24 नए वस्त्र पार्क मंजूर किए गए हैं। उन्होंने कहा, “वस्त्र क्षेत्र के संवर्धन और विकास के लिए वस्त्र मंत्रालय द्वारा विभिन्न योजनाओं पर 6,500 करोड़ रुपये से अधिक का व्यय किया गया है। वस्त्र क्षेत्र में पिछले दो वर्षों में लगभग पांच लाख अतिरिक्त नौकरियों का सृजन किया गया है।”
संतोष कुमार गंगवार ने कहा
संतोष कुमार गंगवार ने आगे कहा, “यह महत्वपूर्ण है कि हथकरघा बुनकरों को यथोचित सम्मान के साथ ही उनके कार्य का मुआवजा भी मिले। हमारा उद्देश्य हथकरघा बुनकरों की आय को 500 रुपये प्रतिदिन बढ़ाना है। पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्रत्येक राज्य में एक अपैरल एवं परिधान निर्माण केंद्र स्थापित किया गया है।” “नगालैंड, त्रिपुरा तथा मिजोरम में इकाइयों का पहले ही शुभारंभ किया जा चुका है। शेष राज्यों में (सिक्किम को छोड़कर) अवसंरचना तैयार है तथा इकाइयों को सौंपने के लिए उद्यमियों की पहचान कर ली गई है।”
मंत्री ने कहा, “घरेलू कपास उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए भारतीय कपास निगम द्वारा कपास मौसम 2014-15 के दौरान सभी 11 कपास उत्पादक राज्यों में एक सुनियोजित और अब तक का सबसे बड़ा न्यूनतम समर्थन मूल्य अभियान चलाया गया था।” उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में उनसे पूर्व के दो वर्षों की तुलना में अपैरल तथा हस्तशिल्प प्रत्येक में 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई तथा वस्त्र निर्यात में समग्र रूप से आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई। भारत के कुल निर्यात में वस्त्र निर्यात का हिस्सा 13 प्रतिशत से बढ़कर 15 प्रतिशत हो गया है।