सकारात्मक वैश्विक संकेतों से शेयर बाजार रहा मजबूत

शेयर बाजारमुंबई| भारतीय शेयर बाजार में दो सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में अच्छी मजबूती देखने को मिली। इस दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक 28,000 अंक को मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करने में सफल रहा, जबकि पिछले हफ्ते यह नीचे आ गया था।

शेयर बाजार की साप्ताहिक समीक्षा

इस हफ्ते सेंसेक्स 749.86 अंक या 2.69 फीसदी बढ़कर 28,532.11 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 237.10 अंक या 2.76 फीसदी बढ़कर 8,809.65 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडपैक सूचकांक में 1.77 फीसदी और स्मॉलकैप सूचकांक में 1.25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

समीक्षाधीन सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स 120.41 अंक या 0.43 फीसदी बढ़कर 27,902.66 पर बंद हुआ। वाहन और धातु के सूचकांकों में अच्छी तेजी देखने को मिली। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर चढ़कर बंद हुआ।

मंगलवार को सेंसेक्स 440.35 अंक या 1.58 फीसदी बढ़कर 28,343.17 पर बंद हुआ। वाहन, बैंकिंग और आईटी सेक्टर में तेजी रही। एचडीएफसी और आईटीसी के शेयरों में मजबूती आई।

बुधवार को सरकार ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति में कई संशोधन को मंजूरी दी। बीएसई 109.16 अंक या 0.39 फीसदी बढ़कर 28,452.17 पर बंद हुआ।

गुरुवार को प्रमुख सूचकांकों में गिरावट आई और सेंसेक्स 28.69 अंक या 0.1 फीसदी गिरकर 28,423.49 पर बंद हुआ।

शुक्रवार को वाहन क्षेत्र के शेयरों को मजबूती मिली और सेंसेक्स 108.63 अंक या 0.38 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 28,532.11 पर बंद हुआ।

इस सप्ताह अडाणी पोर्ट्स (4.12 फीसदी), एशियन पेंट्स (3.37 फीसदी), गेल (इंडिया) (4.00 फीसदी), एचडीएफसी (5.2 फीसदी), हिन्दुस्तान यूनीलीवर (1.91 फीसदी), आईटीसी (3.43 फीसदी), एनटीपीसी (1.11 फीसदी), ओएनजीसी (0.17 फीसदी), पॉवरग्रिड (1.22 फीसदी), एक्सिस बैंक (2.1 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (2.11 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (6.56 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.1 फीसदी), मारुति सुजुकी (4.83 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (3.15 फीसदी), हीरो मोटोकार्प (7.89 फीसदी), बजाज ऑटो (5.00 फीसदी), टाटा मोटर्स (9.16 फीसदी), सिप्ला (1.1 फीसदी), डॉ रेड्डी (2.72 फीसदी), सनफार्मा (3.45 फीसदी), इंफोसिस (1.01 फीसदी), एलएंडटी (5.22 फीसदी) और टाटा स्टील (1.04 फीसदी) में तेजी देखी गई।

वहीं, सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में विप्रो (1.35 फीसदी), टीसीएस (0.62 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.44 फीसदी), कोल इंडिया (0.28 फीसदी) रहे।

सरकार ने बुधवार को जीडीपी की चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े जारी किए जिसमें इसकी रफ्तार घट कर 7.1 फीसदी की जानकारी दी गई, जबकि पिछले साल समान अवधि में 7.5 फीसदी थी। वहीं, इसके पिछली तिमाही में यह 7.9 फीसदी थी।

वैश्विक स्तर पर अमेरिकी फेड रिजर्व की अध्यक्ष जेनेट येलेन ने शुक्रवार को ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संकेत दिए, जिसका असर आनेवाले हफ्ते में भारतीय बाजारों में देखने को मिल सकता है।

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