शंकराचार्य ने कहा भाजपा कभी नहीं बनाएगी अयोध्या में राम मंदिर

करीब दो वर्षों के कार्यकाल में मोदी सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे लगे कि रामलला का मंदिर बन रहा है। अयोध्या में कभी भी कोई मस्जिद नहीं रही। कुछ लोक राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए मस्जिद को मुद्दा बना रहे हैं।
जगद्गुरु शंकराचार्य हरिद्वार के कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मंदिर को लेकर स्वार्थपूर्ण राजनीति चल रही है। वर्तमान केंद्र सरकार राम मंदिर के नाम का सहारा लेकर सत्ता में आई पर कुर्सी पर बैठते ही राम को भूल गई।
अब भ्रम फैलाया जा रहा है कि भाजपा के कार्यकाल में ही मंदिर बनेगा। हकीकत यह है कि भाजपा कभी राम मंदिर नहीं बनाएगी। राम केवल एक पार्टी के राम नहीं हैं। पूरे विश्व का उन पर अधिकार है। मंदिर का निर्माण बड़े विद्वान और संत मिलकर करेंगे।
युवा पीढ़ी को शहीदों के जीवन से सीख लेनी चाहिए। शंकराचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार ने एक षड्यंत्र के तहत हरीश रावत सरकार को गिराया है। केंद्र सरकार ने हरीश रावत के विकास कार्यों से चिढ़कर यह कार्रवाई की।
शंकराचार्य ने किया शिविर प्रवेश
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने बृहस्पतिवार की शाम नीलधारा स्थित अपने शिविर में प्रवेश किया। इस दौरान विधिवत पूजा अर्चना के साथ परंपरानुसार शंकराचार्य को प्रवेश कराया गया।
शिविर में प्रवेश की सूचना पर मेला प्रशासन की ओर से मेलाधिकारी एसए मुरुगेशन, आईजी जीएस मर्तोलिया, एसएसपी जगतराम जोशी, एसपी श्वेता चौबे, अपर मेलाधिकारी अवधेश कुमार सिंह, समेत बड़ी संख्या में अधिकारी शंकराचार्य का स्वागत करने पहुंचे।
मठ की ओर से इस दौरान ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद, ब्रह्मचारी सहजानंद, ब्रह्मचारी श्रवणानंद, ब्रह्मचारी विद्यानंद और ब्रह्मचारी श्रीधरानंद आदि भी मौजूद थे। शिविर में विभिन्न सामाजिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।