लखनऊ: वाराणासी का मणिकर्णिका घाट बाढ़ के पानी में डूब गया है, जिसके कारण यहां अंतिम संस्कार अचानक बंद करना पड़ा है। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि गंगा के उफान पर होने के कारण हरिश्चंद्र घाट भी डूब गया है।
इन घाटों के डूबने के कारण अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई है, क्योंकि राज्यभर से और अन्य जगहों से भी लोग मृतकों का अंतिम संस्कार करने के लिए इन्हीं घाटों पर आते हैं।
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वाराणासी का मणिकर्णिका घाट सबसे प्राचीन घाटों में
वाराणासी का मणिकर्णिका घाट सबसे प्राचीन घाटों में से एक है और माना जाता है कि यहां चिताएं निरंतर जलती रहती हैं। घाट के डूबने के कारण अब इसके नजदीक तंग गलियों में चिताएं जलाई जा रही हैं।
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हरिशचंद्र घाट पर स्थित विद्युत शवदाह गृह के परिसर में पानी भरने के कारण जिला प्रशासन ने शुक्रवार को इसे बंद कर दिया।
वाराणासी की कई कॉलोनियों में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। जिला प्रशासन ने राहत कार्य के लिए सरैयां, ढेलवारिया और नगवां में पांच राहत शिविर खोले हैं।
जिला कलेक्टर विजय करण आनंद के नेतृत्व में अधिकारियों की एक दल ने जिले के कई इलाकों का शनिवार सुबह जायजा लिया।