गरीबी नहीं गरीबों को मिटाने पर तुली है मोदी सरकार 

राम गोबिंद चौधरीलखनऊ| उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राजमंत्री और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद करीबी राम गोबिंद चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी देश से गरीबी मिटाने की बजाय गरीबों को ही मिटाने पर तुले हुए हैं।

रामगोबिंद ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि नोटबंदी के फैसले के बाद अब तक कितना कालाधन सरकार के खाते में जमा हुआ है। सरकार जनता को यह भी बताए कि अब तक कितने कालेधन वालों को चिन्हित किया गया है। सरकार के इस फैसले के बाद अभी तक यह सामने नहीं आया है कि कितना कालाधन कहां से और किसके यहां से पकड़ा गया। यह जनता के सामने सार्वजनिक होना चाहिए।”

राम गोबिंद चौधरी का बयान

उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी गरीबी हटाने की बजाए देश से गरीबों को ही मिटाने पर तुले हुए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे। उन्होंने कहा था कि विदेशों से कालाधन आएगा और हर गरीब और किसान के खाते में 15 लाख रुपये आएंगे।”

उन्होंने कहा कि अपने इन वादों को पूरा करने में नाकाम रहने के बाद ही उन्होंने नोटबंदी का शिगूफा छोड़ा है ताकि लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। नोटबंदी के फैसले से गरीबों और मजदूरों की कमर टूट गई है। बुवाई का सत्र शुरू हो गया है और जनता अपने पैसे निकालने के लिए लाइन में लगी हुई है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा, “हम भी चाहते हैं कि देश को भ्रष्टाचार से छुटकारा मिले। लेकिन, गरीबों की जान की कीमत पर नहीं। इनकी नोटबंदी की वजह से कितने लोगों को जान चली गई है।”

रामगोबिंद चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि नोटबंदी के फैसले से यह साबित हो गया कि भाजपा केवल पूंजीपतियों की पार्टी है। उसे गरीब व किसानों के हितों से कोई लेना देना नही है। यदि मोदी सरकार वाकई में गरीबों की हितैषी होती, तो पूंजीपतियों का कर्जा माफ करने की बजाए किसानों का ऋण माफ करती, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।

उन्होंने कहा कि उप्र की जनता अगले विधानसभा चुनाव में मोदी सरकार से सूद समेत इसका हिसाब लेगी। नोटबंदी के बाद आम लोग जिस परेशानी और पीड़ा से गुजर रहे हैं, उसका हिसाब प्रधानमंत्री को देना होगा।

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