मोदी सरकार का चौंकाने वाला फैसला, वैद्य को बनाया मंत्रालय का सचिव

मोदी सरकारनई दिल्ली। सत्ता में आने के बाद से ही मोदी सरकार कई चौंकाने वाले फैसले ले चुकी है। एक बार फिर से केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पहली बार किसी गैर आईएएस अफसर को सीधे किसी मंत्रालय का सचिव नियुक्त किया है।

मोदी सरकार ने मंत्रालय में विशेष सचिव के पद पर आरएसएस से जुड़े वैद्य राजेश कोटेचा को बैठा दिया है। वो जामनगर स्थित गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं। तीन साल के लिए कोटेचा की नियुक्ति की गई है। वो एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं और उनकी पत्नी मीता जयपुर स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में शिक्षिका हैं।

54 साल के कोटेचा खुद को गुजराती उद्यमी कहते हैं। जब नरेंद्र मोदी भाजपा के महासचिव थे, तब उन्होंने इनके पहले व्यवसाय का उद्घाटन किया था। नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद साल 2015 में इन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।

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कोटेचा वर्ल्ड आयुर्वेद फाउंडेशन के ट्रस्टी भी हैं। यह फाउंडेशन आरएसएस के विंग विज्ञान भारती की पहल पर आधारित है। कोटेजा विज्ञान भारती के सलाहकार भी हैं। विज्ञान भारती देश में विज्ञान एवं तकनीकि आंदोलन को बढ़ावा देने के लिए आरएसएस द्वारा शुरू किया गया एक विशाल आंदोलन है।

कोटेचा ने 29 जून को आयुष मंत्रालय के विशेष सचिव का पदभार संभाल लिया है। सरकार के 20 जून के आदेश में कहा गया है कि जब तक कोटेचा पदभार संभाल न लें और मंत्रालय के कामकाज से तालमेल ना बैठा लें तबतक स्वास्थ्य सचिव सीके मिश्रा हर समाधान के लिए उत्तरदायी होंगे।

कोटेचा ने कहा कि वो 1998 में नरेंद्र मोदी से सबसे पहले मिले थे, जब मोदी उनके चक्रपाणि क्लिनिक का उद्घाटन करने जयपुर आए थे। उस समय मोदी भाजपा के महासचिव थे।

उन्होंने कहा कि मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है सिवा इतना कि हर किसी शख्स की अपनी-अपनी कमजोरियां और खूबियां होती हैं। उन्होंने कहा कि एक आईएएस बहुत कुछ कर सकता है लेकिन एक टेक्नोक्रेट होने के नाते मैं वो बहुत कुछ कर सकते हैं जो एक आईएएस नहीं कर सकता।

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