
नई दिल्ली। कोच्चि मेट्रो ट्रेन के उद्घाटन समारोह के अवसर पर मैट्रो मैन ई. श्रीधरन को मंच पर न बुलाने से बवाल खड़ा हो गया। जिसको लेकर मीडिया में पीएमओ की काफी किरकिरी हुई थी। श्रीधरन का नाम न होने पर विपक्ष ने बीजेपी की आलोचना शुरू कर दी। लेकिन सूत्रों की मानें तो पीएमओ ने ऐसा जानबूझ कर किया है और पीएम मोदी ने उनके लिए काफी बड़ी भूमिका सोच रखी है।
कोच्चि मेट्रो का शनिवार को उद्घाटन है लेकिन इसके लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र में जब लोगों को मंच पर पीएम के साथ उपस्थित रहने वाले अतिथियों में देश के ‘मेट्रो मैन’ कहे जाने वाले ई श्रीधरन का ही नाम नहीं दिखा तो इस पर विवाद खड़ा हो गया। गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो सहित देश के कई राज्यों में मेट्रो के निर्माण में श्रीधरन की अहम भूमिका रही है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 जून को कोच्चि मेट्रो का उद्घाटन करने वाले हैं। इस कार्यक्रम में पीएमओ ने सिर्फ 6 लोगों को ही पीएम मोदी के साथ मंच पर उपस्थित होने की अनुमति दी थी। इनमें केरल के सीएम पिन्नारी विजयन, केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडु, राज्यपाल पी सदाशिवम, सांसद के वी थॉमस, मंत्री थॉमस चांडी और स्थानीय मेयर सौमिनी जैन का नाम शामिल था। इस लिस्ट में मेट्रो मैन ई श्रीधरन का नाम शामिल न होने से केरल समेत देश भर के लोगों ने आपत्ति जताई थी। केरल की सरकार ने पीएमओ को पत्र लिखकर इस सूची में श्रीधरन और विपक्ष के नेता चेन्नीथला और विधायक पीटी थॉमस को भी मंच पर शामिल करने की मांग की थी।