
मध्य प्रदेश। आप सबने एक कहावत तो जरूर सुनी होगी कि बुरा वक्त बताकर नहीं आता है। बुरा समय में आने इंसान वो काम कर जाता है जिसके बारे में वो सोच भी नहीं सकता है। ऐसे में अच्छी जिंदगी जीने वाला इंसान के खाने के लाले भी पड जाते है।
किस्मत पर किसी का राज नहीं है अगर इंसान की किस्मत पलट गई तो गरीब से अमीर भी हो सकता है। अगर किस्मत खराब होतो अमीर से अमीर आदमी कंगाल हो जाता है। आज हम किस्मत की बात कर रहे है तो आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में सुनकर आप हैरान हो जाएंगे।
वैसे तो दुनिया में हर शख्स का सपना होता है कि वो सरकारी नौकरी मिल जाए और एक लाल बत्ती का कार मिल जाए जिंदगी से उसको और कुछ नहीं चहिए। ऐसे में जो लाल बत्ती की गाडी में चलने वाली महिला आज जीवन गुजारने के लिए भेड़ बकरी चराने को मजबूर हो गई है। आइए हम बताते है कि आखिर ये महिला कौन है।
मिली जानकारी के अनुसार, ये महिला मध्य प्रदेश में निवास करने वाली आदीवासी जुली है। आज यह महिला गुमनामी के अंधेरे में बदरवास जनपद की ग्राम पंचायत रामपुरी के ग्राम लुहारपुरा में अपने परिवार के पालन पोषण तक के लिए जद्दोजहद कर रही है।
जल्द ही धरती पर होगी नए जीवन की शुरुआत,साइंटिस्टों ने खोज ली एक और धरती
2005 में जुली को पूर्व विधायक ने जिला पंचायत का सदस्य बना लिया था। कुछ समय बाद महिला को किसी अन्य इलाके के पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने जुली को जिला पंचायत का अध्यक्ष बना दिया। इतना ही नहीं जुली को शासन की तरफ से राज्यमत्रीं का पद मिल गया। फिर क्या था लाल बत्ती की कर में घूमने वाली जूली का रुतबा काफी बढ़ गया था।