धरती बचाने के लिए शुरू हुआ संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन

महासागरों तथा सागरोंसंयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने दुनिया के महासागरों तथा सागरों की हालत पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पृथ्वी को बचाने को लेकर वैश्विक स्तर पर समन्वित रूप से काम करने का आह्वान किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सरकारों को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक वे अल्पकालिक क्षेत्रीय व संसाधन संबंधी हितों का समाधान नहीं कर लेते, सागरों की हालत बिगड़ती रहेगी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, महासागर सम्मेलन सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारंपरिक रूप से फिजियान समारोह के साथ शुरू हुआ। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने के बाद गुटेरेस द्वारा संबोधित किया जाने वाला यह पहला महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।

महासचिव ने कहा, “हमारे सागरों की हालत में सुधार लाना बहुपक्षवाद का एक परीक्षण है और इसमें नाकाम होना हमारे हित में नहीं होगा।”

सागरों तथा समुद्री संसाधनों पर नियंत्रण किस प्रकार किया जाए, इसके लिए नए रणनीतिक दृष्टिकोण का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, “हमें नियंत्रण संबंधी मुद्दों का समाधान संयुक्त रूप से करना चाहिए, जैसा कि हमने पहले किया है।”

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने मजबूत राजनीतिक नेतृत्व तथा नई साझेदारी का आह्वान किया, जो मौजूदा कानूनी ढांचा तथा ठोस कदम जैसे संरक्षित समुद्री इलाकों में वृद्धि करना तथा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रदूषण को कम करने पर आधारित हो।

इसके अलावा, गुटेरेस ने देशों से यूएन 2030 एजेंडा फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट, जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौता तथा अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा पर कोष का आवंटन करने का अनुरोध किया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष पीटर थॉमसन ने कहा, “हमने जो गलतियां की हैं, उन्हें सुधारने का वक्त आ गया है।”

महासागर सम्मेलन के महासचिव वू होंगबो ने सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर कहा कि सम्मेलन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए सबको मिलकर काम करना चाहिए।

शुक्रवार तक चलने वाले महासागर सम्मेलन 2030 सतत विकास एजेंडा के लक्ष्यों पर केंद्रित होगा।

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