
REPORT – UMA MISHRA/MAU
मऊ जिले में मोहर्रम का जुलूस परम्परागत तरीके से सकुशल सम्पन्न हुआ। परम्परा के अऩुसार नगर क्षेत्र के सभी ताजिया जुलूस को संस्कृत पाठशाला के भवन की तीन सीढियों पर चढा कर ले जाया जाता है। इसी को लेकर प्रशासन काफी अलर्ट रहता है। भारी पुलिस बल की निगरानी में इसे सकुशल सम्पन्न कराया गया।
दरअशल वर्षों पुरानी परम्परा चली आ रही है कि जब ताजिया का जुलूस नगर कोतवाली के सस्कृत पाठशाला भवन के पास पहुचेगी, तो उसे पाठशाला के तीन सीढीयों पर चढा कर ले जाया जाता है। इसकों लेकर बकायदा कोर्ट द्वारा ताजिया कमेटी और प्रशासन के लोगों को आदेश दिया गया है कि इस परम्परा को निभाया जाये।
जिसके बाद से ही प्रशासन इसे सकुशल सम्पन्न कराने के लिए हमेशा सतर्क रहता है। साथ ही ताजिया कमेटी के लोग भी इस परम्परा का निर्वहन करते है। ताजिया कमेटी के लोगों की माने तो बाप दादा के जमाने से सस्कृत पाठशाला की तीन सीढीयों को चढा कर ताजिया का जुलूस ले जाया जाता है। उसी के अऩुसार आज भी वैसा किया जाता है।
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समय बदलाव के अनुसार पाठशाला की तीन सीढियों में से दो सीढियां सङक में दब गयी है। बस एक ही उपर बची है। जिस पर चढ के जाया जाता है। न्यायालय द्वारा आदेश भी है कि इस परम्परा का निर्वहन कराने में प्रशासन मद्दत करे। जिनका सहयोग हमेशा मिलता है। पहले 104 ताजिया का जुलूस निकलता है।
लेकिन समय अनुसार अब ताजियों की संख्या घट कर 7 हो गयी है। जिसमें से एक ताजिया कमेटी के लोगों ने इस परम्परा को खत्म कर दिया है और वो सीधे रास्ते से शांति पूर्वक अपना जुलूस ले कर जाते है। इसके लिए उन लोगों ने प्रशासन को लिखीत रुप से दे भी दिया है।