ब्रिक्स यू-17 फुटबाल टूर्नामेंट का लोगो लॉन्च, विजय गोयल ने आई-लीग से टीमों के पलायन पर जताई चिंता, एआईएफएफ से करेंगे बात
नई दिल्ली। खेल मंत्री विजय गोयल ने सोमवार को ब्रिक्स देशों के बीच होने वाले पहले ब्रिक्स यू-17 फुटबाल टूर्नामेंट के लोगो का अनावरण किया। भारत सरकार ने ब्रिक्स के पांच देशों भारत, रूस, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील व चीन के बीच फुटबाल टूर्नामेंट की शुरुआत की है। यह टूर्नामेंट पांच अक्टूबर से शुरू होगा और हर दूसरे दिन इस टूर्नामेंट में दो मैच खेले जाएंगे।
टूर्नामेंट के उद्घाटन के साथ ही टीमों के पलायन पर की चिंता
इस टूर्नामेंट का आयोजन यहां होने वाले आठवें ब्रिक्स सम्मेलन की तिथि के अनुसार किया जा रहा है। गोयल ने बामबोलिम स्टेडियम में हुए एक कार्यक्रम में कहा कि यह टूर्नामेंट अगले साल भारत की मेजबानी में होने वाले अंडर-17 विश्व कप के लिए तैयारी का अच्छा मौका है।
ब्रिक्स अंडर-17 फुटबाल टूर्नामेंट के लोगो की टैगलाइन ‘इंडिया फॉर फुटबाल’ है।
गोयल ने यहां ब्रिक्स अंडर-17 फुटबाल टूर्नामेंट के लोगो जारी करने के लिए आयोजित समारोह के दौरान संवाददाताओं से बात करते हुए ये बयान दिए। केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल इस दौरान कहा कि वह आई-लीग से फुटबाल टीमों के पलायन के मामले में अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) से बात करेंगे, ताकि इस समस्या को सुलझाया जा सके। गोयल ने लीग से टीमों के पलायन के प्रति चिंतित होने के बारे में पूछे गए सवाल पर यह बयान दिया।
खेल मंत्री ने कहा, “मैं इस बारे में महासंघ से बात करूंगा और इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए कहूंगा।” गोवा से सालगावकर एफसी, स्पोर्ट क्लब दे गोवा जैसी टीमें आई-लीग से पलायन कर चुकी हैं, जबकि लीग की पूर्व विजेता टीम डेम्पो एफसी भी बाहर होने का मन बना रही है।
गोयल ने कहा कि उनके साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश में फुटबाल के सहित अन्य खेलों के प्रचार के इच्छुक हैं।
खेल मंत्री ने कहा कि ब्रिक्स यू-17 टूर्नामेंट का आयोजन ब्रिक्स सम्मेलन के साथ-साथ होगा और ये अन्य सदस्य देशों के साथ संबंधों को मजबूती देगा।
गोयल ने कहा, “हमें सदस्य देशों के साथ खेलों को बढ़ावा देना चाहिए, क्योंकि उन देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करेगा और लोगों के बीच एक सहज पर्यावरण का निर्माण करेगा।”