ढाका | इसे लापरवाही न कहा जाए तो क्या कहें, हादसा होने का अंदेशा पहले से मालूम होने के बावजूद उसके कारण पर ध्यान नहीं दिया गया। बांग्लादेश की राजधानी में पानी के एक बॉयलर में विस्फोट से ध्वस्त हुए पैकेजिंग कारखाने के मलबे से दो और शव बाहर निकाले गए। इसके साथ सोमवार को मरने वालों की संख्या 31 तक पहुंच गई। तोंगी में शनिवार को पानी के बॉयलर के फट जाने से ताम्पाको फाएलस लिमिटेड कारखाने में आग लग गई।
आग की वजह से पांच मंजिला इमारत के दो मंजिल आंशिक रूप से गिर गए। आग पर 36 घंटों बाद रविवार को काबू पाया जा सका।
बांग्लादेश के कारखाने में आग मेें झुलसकर 31 मरे
इस विस्फोट में कई दूसरे लोग बुरी तरह से घायल हो गए।
घायल लोगों का कहना है कि इस हादसे के अंदेशे के बारे में कई बार फैक्ट्री के मालिक को बताया गया लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया।
एक अधिकारी ने कहा कि अग्निशमन इकाइयां और सेना का एक दल इमारत के मलबे में जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटा है।
अधिकारियों की बचाव अभियान के खत्म होने के बाद इमारत को गिराने की योजना है।
कारखाने के मालिक और सात अन्य लोगों के खिलाफ रविवार को तोंगी पुलिस थाने में एक मामला दर्ज कराया गया है।
तोंगी पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी ने कहा कि कारखाने के मालिक पूर्व सांसद मकबूल हुसैन को इसमें मुख्य आरोपी बनाया गया है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक शोक संदेश में मरने वालों और घायलों के प्रति अपना गहरा दुख जाहिर किया है।