बाँदा के महिला चिकित्सालय में तैनात सीएमएस की दबंगई, नाबालिक रेप पीड़िता को भगाया
REPORT – B.D. MISHRA/BANDA
बाँदा में आज महिला चिकित्सालय में तैनात सीएमएस का निकम्मापन देखने को मिला बबेरू क्षेत्र से मेडिकल कराने आई पुलिस की टीम को उन्होंने अस्पताल से भगा दिया और कहा कि मैं मेडिकल नही करूंगी जिससे कराना ही करा लो.
जबकि नियमतः नाबालिक रेप पीड़िता का मेडिकल बैगेर किसी हीलाहवाली के होना चाहिए पर महिला सीएमएस की दबंगई के कारण ये हो सका।
आपको बता दें कि मामला बबेरू थाना के किसी गाँव के है जहाँ वर्षीय बालिका के साथ बलात्कार हो गया था जिसका मेडिकल करने बबेरू थाने की पुलिस बाँदा जिला अस्पताल स्तिथ महिला चिकित्सालय आई थी.
पर यहाँ पर तैनात महिला सी एम एस डॉ उषा सिंह ने पुलिस वालों को वहाँ से भगा दिया और कहा कि जाओ मैं मेडिकल नही करूंगी जिसको जो उखाड़ना है तो उखाड़ ले बता दे कि महिला सी एम एस का ये कोई नया कारनामा नही है.
ऐसे कई मामले इनके हमेशा उजागर होते रहते है हालांकि नियमतः किसी नाबालिक रेप पीड़ित का मेडिकल तुरंत होना चाहिए पर मैडम को नियम और अपनी जिम्मेदारी से कोई मतलब नही है.
मामले को बढ़ता देख मैडम ने स्टाफ ने होने का बेहतरीन बहाना खोज निकाला जिला मुख्यालय के महिला अस्पताल में जब ऐसे अधिकारी बैठेंगे तो पता नही वहाँ मरीजो का इलाज कैसे संभव होता है ये देखने वाली बात होगी।
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इस मामले में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो वो पूरी तरह से अनजान बनकर कुछ भी बोलने को तैयार नही हुए औऱ जब बोले तो वही स्टाफ न होने का बहाना बनाने में पीछे नही हटे.
ऐसे में इस भृष्ट कार्यप्रणाली पर कितना भरोसा किया जाय पता नही जिला अस्पताल के और यहाँ बैठे कब अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे।