
REPORT- LOKESH TRIPATHI/AMETHI
नेहरू गांधी परिवार तथा कांग्रेस के गढ़ अमेठी में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कामयाबी हासिल करने के बाद लगातार खुशियां मनाई जा रही है जगह-जगह जीत के जश्न हो रहे हैं ऐसे में जीत का जश्न उस समय फीका पड़ गया जब स्मृति ईरानी के बेहद करीबी रहे बरौलिया गांव के पूर्व ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह की अज्ञात बदमाशों द्वारा उनके ही घर में गोली मारकर हत्या कर दी जाती है।
दरअसल आपको बता दें की अमेठी जनपद के जामो थाना क्षेत्र के अंतर्गत बरौलिया गांव के पूर्व ग्राम प्रधान रहे सुरेंद्र सिंह उम्र लगभग 45 वर्ष की अज्ञात बदमाशों ने उनके ही घर में घुसकर गोलीमार दी और फरार हो गए आनन-फानन में परिजन द्वारा सुरेंद्र सिंह को ट्रामा सेंटर लखनऊ ले जाया गया.
जहां पर उनकी मौत हो गई जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और उनके घर तथा गांव में कोहराम मचा हुआ है मौके की नजाकत तथा संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में पर्याप्त मात्रा में फोर्स तैनात कर दी गई है और पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए बदमाशों की धरपकड़ जारी है और सुराग लगाने में जुटी हुई है यह वही बरौलिया गांव है.
जिसको गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मनोहर पारिकर ने गोद लिया था और उसका विकास किया था सुरेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री तथा बीजेपी की नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के बेहद करीबी थे अभी हाल में ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में जूता बांटने का मुद्दा छाया हुआ था.
किसी को कांग्रेस पार्टी ने अमेठी का अपमान बताया था इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार आरोप प्रत्यारोप ओं के कारण यह गांव लगातार चुनाव में छाया रहा जिसके कारण कहीं ना कहीं चुनावी रंजिश सुरेंद्र सिंह की हत्या का कारण बनी।
रंजिश के चलते खेत से लौट रहे किसान की गोली मारकर हत्या
वहीं पर मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि हम लोग तो गांव में रहते थे रात को 11:30 बजे मेरे लड़के के पास फोन गया की प्रधान बाबू को किसी ने मार दिया है फिर हम लोग वहां से आए जब यहां आए तो दो चार लोग यहां मौके पर थे एक ट्राली यहां पर बन रही थी.
जब हम लोग आए तो उसके बाद इस चौराहे के लोग आए हम लोग यहां पहुंचे तो यहां पर लोग इन को लेकर जा चुके थे फिर एक बोलेरो से पीछे पीछे कुछ लोग घर के गए गोली किसने मारी यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता लेकिन निश्चित रूप से यह चुनावी रंजिश एक कारण गोली मारी गई है।
इस संबंध में जब पुलिस अधीक्षक अमेठी से बात की गई तो उन्होंने बताया देखिए इसमें ऐसा है कि यह अपने बरामदे में सोए हुए थे रात्रि में 3:00 बजे के लगभग इनको किसी व्यक्ति द्वारा गोली मार दी गई. जिससे इनकी मृत्यु हो गई इस संबंध में हम लोगों ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है इसके अलावा जो और जानकारी मिल रही है.
उस पर कार्यवाही चल रही है घटना का हम सफल अनावरण करेंगे उनका शव लखनऊ में है शीघ्र पोस्टमार्टम हो जाए इसके लिए भी बात की गई है. शेष कार्यवाही की जा रही है शांति व्यवस्था बनी हुई है और लोगों से शांति व्यवस्था कायम करने की भी अपील कर रहे हैं उसके लिए हम पूरी व्यवस्था कर रहे हैं या कोई पुरानी रंजिश है क्योंकि यह पूर्व प्रधान भी रहे हुए हैं.
उस पर हम लोग काम कर रहे हैं कुछ संदिग्धों के नाम मिले हैं जिसको हम लोगों ने हिरासत में लिया है इसमें चुनावी रंजिश ही हो सकती है इससे इंकार नहीं किया जा सकता है प्रधान रहे हैं इसमें राजनीतिक रंजिश भी हो सकती है इन सभी बिंदुओं पर हम छानबीन कर रहे हैं ।