पोकेमोन गो ने हिन्दुओं से लिया ‘पंगा’, मोदी सरकार देगी जवाब

पोकेमोन गोअहमदाबाद। दुनिया के सबसे मशहूूर मोबाइल गेम पोकेमोन गो की मु‍सीबत बढ़ गई हैं। गुजरात हाईकोर्ट ने पोकेमोन गो के खिलाफ केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और पोकेमोन गो की कंपनी नियंटिक को नोटिस भेजी है। दरअसल, बीते दिनों हाईकोर्ट में अलय दवे नाम के शख्‍स ने याचिका दाखिल की थी। इस याचिका के मुताबिक पोकेमोन गो में खिलाडि़यों को स्कोर बनाने के लिए मंदिर व अन्य धार्मिक स्थानों पर जाना होता है। जीत हासिल करने पर खिलाडि़यों को इनाम के तौर पर अण्‍डे मिले हैं। मंदिर जाने के बदले अण्‍डे देना धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है।

पोकेमोन गो की मु‍सीबत

याचिका के मुताबिक धार्मिक रूप से हिन्दू और जैन शाकाहार को बढ़ावा देने की बात करते हैं। लेकिन यह गेम इसके खिलाफ है। इसी याचिका पर हाईकोर्ट ने केन्द्र व राज्य सरकार और पोकेमोन गो की कंपनी को नोटिस जारी किया है।

बीते महीने बरेली स्थित सुन्‍नी मुस्लिमों की आस्‍था के केन्द्र दरगाह-ए-हज़रत ने पोकेमोन गो के खिलाफ फ़तवा जारी किया था। इसके मुताबिक यह गेम इस्‍लाम विरोधी है और यह हिंसा और शैतानी ताक़तों को बढ़ावा देता है। दरगाह के कुछ श्रद्धालुओं द्वारा गेम को लेकर कुछ स्‍थानों पर सवाल खड़े किए गए।

फ़तवा जारी करने वाले दरगाह के प्रवक्‍ता मुफ्ती सलीम नूरी ने कहा कि इस बाबत हमारे पास मॉरीशस और डर्बन से भी सवालात और ऐतराज़ हासिल हुए हैं। मॉरीशस के एक मौलवी ने इस गेम की वैधता पर सवाल किया जिसके बाद हमने भी इस ओर तवज्‍जो देना मुनासिब समझा। मुफ्ती ने कहा कि उन्‍होंने मुख्‍तलिफ़ ज़रियों से इस गेम के बारे में मालूमात हासिल की और इसे इस्‍लाम विरोधी पाया। अव्‍वल तो ये कि इसमें खिलाड़ी खेलते वक्‍त अपनी जान जोखि़म में डालता है।

दूसरा ये कि पॉकेमान का जो किरदार है, वह लगातार एक से दूसरी जगह जाता रहता है, जो कि दूसरे लोगों की जा़ती जिंदगी में दख़ल देने जैसा है। इस गेम में ख्‍़वातिन और हज़रात इतने मशगूल और मकबूल हो जाते हैं कि वे अपने दूसरे फ़र्ज नहीं निभा पाते। लिहाजा़, ये तमाम क़वायद इस्‍लाम और इस्‍लामिक फलसफे व तालीम के बरक्‍स ठहरती है। मुफ्ती ने यह भी बताया कि यह गेम देश की सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी है।

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