धोनी वैसे तो बेहतरीन खिलाड़ी हैं। लेकिन हेलीकॉप्टर शॉट उन्होंने अपने दोस्त संतोष से सीखा है। यह उनका पसंदीदा और उनकी पहचान बनाने वाला शॉट है। लेकिन जिस दोस्त से उन्होंने यह शॉट सीखा है, उसे कम ही लोग जानते हैं। शुरुआत में इसे थप्पड़ शॉट कहा जाता था, लेकिन बाद में धोनी के फैन्स ने इसका नाम हेलीकॉप्टर शॉट रख दिया।
संतोष लाल धोनी के बचपन के दोस्त थे और वे लम्बे समय तक क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए अलग-अलग राज्यों के लिए जाते रहे। संतोष लाल के मित्र निशांत दयाल ने एक अख़बार को उनके बारे में जो बातें बताईं, वह शायद ही कोर्इ जानता हो।
दयाल ने कहा, “वह और धोनी बचपन के बेस्ट फ्रेंड थे। उन्हें टेनिस गेंद से खेलना बेहद पसंद था। धोनी और संतोष दोनों ने रेलवे के लिए काम किया। संतोष एक निडर बल्लेबाज़ थे। इन वर्षों में, ‘हेलीकॉप्टर शॉट‘ धोनी का सिग्नेचर बन गया, लेकिन वह (संतोष) इस शॉट में सबसे माहिर थे।
धोनी बने स्टार लेकिन संतोष नहीं
धोनी ने हमेशा उनकी बल्लेबाजी शैली की प्रशंसा की है। धोनी तो स्टार बन गए लेकिन उनके मित्र संतोष लाल रणजी ट्राफी में ही क्रिकेट खेलते रहे। दुर्भाग्य से बाद में उन्हें अग्नाशय के (शोथ) कैंसर हो गया।
यह भी पढ़ें: बारामूला अटैक का जवाब देने खुद पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ, बोले- भारतीय सेना पाक पर भारी
यह भी पढ़ें: 2024 ओलम्पिक खेलों में रोम नहीं होगा शामिल, पेरिस की दावेदारी मजबूत
जिगरी दोस्त अंतिम यात्रा पर
32 वर्ष की उम्र में इनकी हालत गंभीर हो गयी। इस दौरान धोनी ने अपने बीमार मित्र को एयर एम्बुलेंस द्वारा दिल्ली शिफ्ट करने का बंदोबस्त किया, लेकिन धोनी की मेहनत बेकार गई और धोनी के दोस्त ने उनका साथ छोड़ दिया।