
इस्तांबुल | तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तईप एर्दोगन ने पश्चिमी देशों पर तुर्की में आतंकवाद और 15 जुलाई को तख्तापलट की असफल कोशिश करने वालों का समर्थन करने का आरोप लगाया है।
अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के सामने दिए एक भाषण में एर्दोगन ने कहा, “अभी मैं पूछता हूं: पश्चिम आतंकवाद का समर्थन करता है या नहीं? पश्चिम लोकतंत्र के साथ है या फिर तख्तापलट और आतंकवाद के? दुर्भाग्यवश, पश्चिम आतंकवाद का साथ देता है और तख्तापलट के साथ खड़ा दिखाई देता है।”
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा- मित्रों से समर्थन नहीं मिला
समाचार एजेंसी एफे ने राष्ट्रपति के हवाले से बताया, “हम अपने मित्रों से जिस समर्थन की उम्मीद करते हैं, वह हमें नहीं मिला। न तख्तापलट प्रयास के दौरान और न ही उसके बाद।”
उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि कोई भी पश्चिमी नेता तुर्की के लोगों के साथ संवेदना व्यक्त करने नहीं आया।
एर्दोगन ने कहा, “तख्तापलट के दौरान और उसके बाद जारी हुए बयानों को देखने से ही सब साफ हो जाएगा।”
उन्होंने कहा कि सभी उपलब्ध सबूत से पता चलता है कि तख्तापलट का मास्टरमाइंड इस्लामी उपदेशक फतुल्लाह गुलेन था।
वह अमेरिका में निर्वासित जीवन जी रहा है, और उसने असफल सैन्य तख्तापलट के साथ जुड़े किसी भी संबध को खारिज कर दिया है।