जाम के झाम से जूझता घोसी नगर
मऊ घोसी बस स्टेशन के आसपास आये दिन लोगों को दिन हो रात जाम के झाम से जूझना पड़ता है फिर भी जिम्मेदार लोगों द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है। दिनों दिन गहाराती इस समस्या के लिए जहां एक तरफ दुकानदार जिम्मेदार है वहीं दूसरी तरफ ठेले वाले, जीप , टैक्सी, टैम्पो व प्राइवेट बस वाले भी कम जिम्मेदार नहीं है। प्रबुद्ध नागरिक इस समस्या के लिए व्यवस्था को दोषी करार रहे है।
इधर कुछ दिनों से घोसी नगर क्षेत्र में एक नये तरीके का चलन शुरु हो गया है जिसके अन्तर्गत देखा जा रहा है कि दुकानदार सड़क की दोनों पटरियों पर ग्राहकों को आकर्षित करने एवं ज्यादा कमाने के चक्कर में अपनी अपनी दुकानों के सामान लगाने लगे है। खासतौर से बस स्टेशन व इसके आसपास इस तरह का चलन कुछ ज्यादा ही देखा जा रहा है। अगर कही जगह बची रहती है तो उसपर ठेले वाले काबिज हो जाते है। अब बचे जीप, टैक्सी, बस ,टैम्पों वाले तो कोई विकल्प न होने के कारण वे सड़क पर खड़े मिलते है। ऐसी अवस्था में तिराहा होने व वाहनों के आगे पीछे होने के कारण जाम होना स्वाभाविक हो जाता है। कहने को यहां पुलिस चैकी है परन्तु दिनो दिन गहराती इस समस्या पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। कुछ वर्षो पहले यहां ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था थी किन्तु जनसंख्या वृद्धि के बावजूद न जाने क्यों इसे हटा लिया गया । इस महत्वपूर्ण मार्ग से वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा राजनेताओं का भी बराबर आना जाना होता है किन्तु वे भी न जाने क्यों अनफिश बने हुए है। क्षेत्रीय लोगों ने शीघ्र अतिक्रमणकारियों पर अंकुश लगाकर जाम के झाम से निजात दिलाने की प्रशासन से मांग की है।