…तो अब जाकिर नाइक को सताने लगा मोदी का डर

जाकिर नाइकनई दिल्ली/ढाका। इस्‍लाम धर्म के विवादित प्रचारक जाकिर नाइक के लिए मुश्किलें अब और भी ज्‍यादा बढ़ने वाली हैं। मोदी सरकार की सख्‍ती के बाद जाकिर नाइक की मुश्किलें देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बढ़ने वाली हैं। इसको लेकर बांग्‍लादेश सरकार ने कहा कि वह भी जाकिर नाइक के भाषणों की जांच कराएगा और फिर उसपर बैन का फैसला भी करेगा। आपको बता दें कि ढाका में हुए आतंकी हमलों के बाद से ही जाकिर जांच के घेरे में आया है।

जाकिर नाइक को सता रहा डर

इस हमले में शामिल आतंकी जाकिर नाइक के भाषणों से इतना प्रभावित थे कि उन्‍होंने कई मासूम जिंदगियों की जान ले ली। इसके बाद से ही इसकी जांच शुरू कर दी गई कि क्‍या डॉ जाकिर नाइक की संस्‍था के चंदे का इस्‍तेमाल धार्मिक कट्टरता फैलाने में किया जाता है। हालांकि डॉ जाकिर की संस्‍था पर इस्‍लाम को मानने वालों से जकात के रूप में पैसे देने को कहा गया है।

इसमें रक़म चेक़, ड्राफ्ट या फिर ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिये दी जा सकती है। जाकिर नाईक की संस्था सामाजिक कामों के नाम पर विदेशी अनुदान के ज़रिये रकम जुटाती रही है। जाँच एजेंसियों को शक है कि सऊदी अरब के वहाबी संगठनों से इस्लाम की विचारधारा के प्रचार के नाम पर करोड़ों रुपए हवाला के ज़रिये आते हैं।

वहीं दूसरी तरफ जाकिर नाइक पर केंद्र की ओर से शुरू की गई छानबीन का शिकंजा कसता जा रहा है। इस कार्रवाई से जाकिर नाइक डर गया है और अपने समर्थन में सपोर्ट मांगने में जुट गया है।

वहीं दूसरी ओर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बीजेपी सांसद सत्यपाल का कहना है कि 2008 में जब वो मुम्बई पुलिस कमीशनर थे तब उन्होंने उसकी जांच कर एक रिपोर्ट राज्य सरकार और तत्कालीन भारत सरकार को भी भेजी थी। उस पर कार्रवाई के लिए कहा था लेकिन, उस वक़्त भारत सरकार जाकिर नाइक पर गंभीर नहीं हुई।

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