नई दिल्ली। अब भारत के पास भी अपना ऐसा रडार सिस्टम होगा जिससे चीन और पाकिस्तान के दिल की धड़कने बढ़ जाएंगी। क्योंकि ये रडार सिस्टम आसमानी सीमा के भीतर जाकर दुश्मन देश के मिसाइल, ड्रोन और लड़ाकू विमानों के भारत की सीमा में घुसने के नापाक मंसूबों को नाकाम कर देगा। भारत आगामी 14 फरवरी को एरो इंडिया शो में अपने नए रडार सिस्टम की ताकत भी दिखाने जा रहा है।
भारत के इस नये रडार सिस्टम को ‘आई इन स्काई’ नाम दिया गया है। जिसके तहत सभी नए विमानों को एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) सिस्टम से लैस किया जाएगा। जिनको एरो इंडिया शो के दौरान वायुसेना में शामिल किया जाएगा। जो 14 से 18 फरवरी तक बैंगलुरू में आयोजित होगा।
क्यों है यह इतना खास
डीआरडीओ द्वारा तैयार किये गये इस नये सिस्टम में कई नये उपकरणों का प्रयोग किया गया है। जिसको हांसिल करते ही भारत दुनिया में उन टॉप पांच देशों में शामिल हो जाएगा जिनके पास ऐसा रडार सिस्टम है। इस खास रडार सिस्टम के लिए भारत ने 2008 में ब्राजील से विमान खरीदे थे। जबकि इसे डेवलप करने में 2200 करोड़ रुपये की लागत आई है।
भारत AEW&C सिस्टम के अलावा AWACS सिस्टम को भी डेवलप करने की दिशा में काम कर रहा है। जिसमें भारतीय कोष पर लगभग 5100 करोड़ रुपये का भार आएगा। AWACS के तहत 8 विमानों को शामिल करने का प्लैन है।
AEW&C सिस्टम में 240 डिग्री कवरेज का रडार है। जबकि AWACS के भारतीय बेड़े में शामिल होने के बाद उसकी क्षमता 400 किलोमीटर तक 360 डिग्री का कवर करने की हो जाएगी। वहीं सूत्रों की मानें तो यह सिस्टम 2024 तक ही उपलब्ध हो सकेगा।