एक ब्राह्मण का बल तेज और विद्या है, एक राजा का बल उसकी सेना मे है, एक वैश्य का बल उसकी दौलत मे है तथा एक शुद्र का बल उसकी सेवा परायणता मे है। Kush TiwariNovember 19, 2016 - 12:07 am Less than a minute