क्या हुआ जब देखते ही देखते पेड़ बन गया ये शख्स, जिसने भी जाना रह गया हैरान…
अंजीर के एक पेड़ ने 40 साल पहले मारे गए शख्स की मौत का रहस्य दुनिया के सामने ला दिया। दरअसल, साइप्रस में 1981 में उन दो हजार लोगों की खोज के लिए एक कमेटी का गठन किया था, जो 1963 से 1974 के बीच गायब हो गए थे।
कमेटी को लापता लोगों की लिस्ट बनाने के अलावा यह भी पता करना था कि उन लोगों के साथ आखिर हुआ क्या। साल 2011 में शोधकर्ताओं की नजर उस पेड़ पर पड़ी जो गुफा के अंदर से निकला था।
यह बात हैरान करने वाली थी क्योंकि गुफा के अंदर से पेड़ कैसे निकल सकता है, वो भी ऐसे पहाड़ी इलाके में जहां आमतौर पर अंजीर के पेड़ पाए ही नहीं जाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 1974 में अहमेट हर्ग्यूनर नाम के एक शख्स को ग्रीक और टर्किश संघर्ष के बीच मार दिया गया था। कई सालों तक उसकी लाश नहीं मिली, लेकिन जहां उसकी मौत हुई थी, वहां एक पेड़ उग आया।
जब छानबीन की गई, तब उसकी मौत का रहस्य दुनिया के सामने आया।
हर्ग्यूनर और एक अन्य शख्स को संघर्ष के दौरान गुफा के अंदर डाइनामाइट से उड़ा दिया गया था।
उस दौरान गुफा में एक छेद बन गया। छेद से सूरज की रोशनी उस अंधेरी गुफा में पहुंचने लगी और हर्ग्यूनर के पेट में पड़े अंजीर के बीज को फलने-फूलने का मौका मिल गया और देखते ही देखते पौधा एक बड़ा अंजीर का पेड़ बन गया।
रिसर्च के दौरान पेड़ के आसपास खुदाई की गई और इस तरह लाश के दबे होने की बात सामने आई। पुलिस ने जब और खुदाई की तो कुल तीन लाशें बरामद की गईं।
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आशंका जताई गई कि मरने से पहले हर्ग्यूनर ने अंजीर खाया होगा। बता दें, हर्ग्यूनर की बहन मुनूर हर्ग्यूनर ने बताया था कि वह जिस गांव में रहती थीं, वहां करीब चार हजार लोग थे। उनमें आधी आबादी ग्रीक और आधी आबादी तुर्की के लोगों की थी।
1974 में तनाव शुरू हो गया था और उनका भाई टर्किश रेसिस्टेंट ऑर्गनाइजेशन में शामिल हो गया था। 10 जून को ग्रीक लोग उनके भाई को उठा ले गए थे।
इसके बाद उन्होंने अपने भाई की खूब तलाश की, लेकिन वह कहीं भी नहीं मिला। इतने सालों बाद उन्हें ये पता चल सका कि उनके भाई की मौत कहां हुई थी।