सर्दियों में जी का जंजाल बनने वाले कफ और बलगम का हल सिर्फ यहीं है

कभी-कभी खांसी के साथ बलगम भी निकलता है, इसे गीली खांसी कहते हैं। बलगम युक्त खांसी आमतौर पर संक्रमण, निमोनिया या फेफड़ों के क्षय रोग आदि के कारण होती है। एक समय पर आकर खांसी वास्‍तव में बहुत परेशान करने वाली और दर्दनाक हो जाती है। उसे पल में आपको बस यही लगता है, काश इस खांसी से छुटकारा पाने का कोई उपाय मिल जाता। खांसी की दवाई पर पैसा खर्च करना बलगम वाली खांसी के इलाज का एकमात्र रास्‍ता नहीं है। आप खांसी के इलाज के लिए घरेलू उपायों पर भरोसा कर सकते हैं।

कफ और बलगम

तरल पदार्थों का खूब सेवन करें

बलगम वाली खांसी हो जाने पर आराम पाने के लिए खुब पानी पिये यह उपाय किसी भी दवा से बेहतर रहता है। पानी और अन्‍य तरल पदार्थों का सेवन आपके शरीर से इंफेक्‍शन को बाहर निकालकर बलगम वाली खांसी से राहत प्रदान करने में मदद करता है। इसके अलावा तरल पदार्थ के सेवन से आपका शरीर लंबे समय तक हाइड्रेटेड रहने के साथ-साथ कफ को ढीला करने में मदद करता है। और ढीला होने पर कफ को दूर करना आसान होता है। इसलिए दिन भर भरपूर मात्रा में पानी लें।

नींबू

अपने एंटीबायोटिक और एंटीऑक्‍सीडेंट गुणों के कारण नींबू कफ दूर करने में मदद करता है। बलगम वाली खांसी को दूर करने के लिए गर्म पानी के एक कप में नींबू की कुछ बूंदे निचोड़कर इसे घूंट-घूंट करके पीयें। जल्‍द ठीक होने के लिए इस मिश्रण का नियमित आधार पर सेवन करें।

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नमक के पानी से गरारे

बलगम वाली खांसी के लिए एक और घरेलू उपाय नमक का पानी है। दिन में नियमित अंतराल के बाद नमक के पानी से गरारे करने से बलगम साफ होती है। खांसी होने पर गुनगुने पानी के एक कप में एक चम्‍मच नमक और थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिलाकर दिन में तीन बार गरारे करें। यह बलगम वाली खांसी के लिए बहुत अच्‍छा उपाय है।

सरसों के बीज

बलगम वाली खांसी के प्राकृतिक उपचार में सरसों के बीज का उपयोग भी शामिल है। इसमें मौजूद सल्फर बलगम के प्रवाह को प्रोत्साहित करने में मदद करता हैं। समस्‍या होने पर आपको बस इतना करना है कि एक चम्‍मच सरसों के बीज को एक कप गर्म पानी में डालना है। फिर बलगम वाली खांसी से छुटकारा पाने के लिए इस मिश्रण को पीना है।

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  शहद और काली मिर्च 

बलगम को ढीला करने के लिए शहद एक और प्रभावी घरेलू उपचार है। साथ ही यह एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह काम भी करता है। कफ की पतली झिल्ली जो गले में अटकी रहती है जिसके कारण गले में बार-बार खुजली होती है और खांसी आती है। अदरक के टुकड़े को छीलकर शहद में डुबोकर चूसने से बलगम वाली खांसी में राहत मिलती है। काली मिर्च का सेवन बलगम के प्रवाह को उत्‍तेजित करता है, जिसके परिणामस्‍वरूप बलगम वाली खांसी को और खराब करने वाली बंद नाक को खोलने में मदद मिलती है।

समस्‍या होने पर एक चम्‍मच काली मिर्च और एक चम्‍मच शहद लेकर, इनका पेस्‍ट बना लें। फिर इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर कुछ मिनट के लिए उबाल लें। एक बार मिश्रण के ठंडा होने पर इसे दिन भर के दौरान नियमित अंतराल में घूंट कर करके पीयें।

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