कश्मीर पर पीएम मोदी के साथ आ गया उनका सबसे बड़ा ‘दुश्मन’
श्रीनगर। कश्मीर मुद्दे पर अक्सर मोदी के विपरीत और दुश्मन जैसी कटु वाणी बोलने वाले नेशनल कांफ्रेंस के नेता और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ की। उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा कि पिछले सोमवार को नई दिल्ली में विपक्षी दलों से मुलाकात के बाद, आगे का सफर जारी रखते देख कर बहुत अच्छा लगा। अब्दुल्ला ने ये ट्वीट पीएम द्वारा मन की बात में कश्मीर के हालात का जिक्र किए जाने के बाद किया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि कश्मीर में जो लोग युवाओं को पथराव करने के लिए उकसा रहे हैं उन्हें एक दिन उन बच्चों के सामने जवाब देना होगा।
Good to see @narendramodi ji continuing where he left off after meeting opposition parities in Delhi last Monday. https://t.co/ZPBzGQKnS3
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 28, 2016
उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर समस्या को बताया सामूहिक गलती
उमर ने सिर्फ प्रधानमंत्री की तारीफ ही नहीं की बल्कि कश्मीर के वर्तमान हालात के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की भी बात कही। उन्होने कहा कि ‘यह हमारी सामूहिक गलतियों’ की वजह से हुआ। उन्होंने कहा, ‘हमारी सामूहिक गलतियों और जम्मू कश्मीर के हालात से सही तरीके से न निपट पाने की वजह से इनमें से कई युवा दुर्भाग्यवश उकसावे का शिकार बन चुके हैं।’
Unfortunately sir a lot of these youngsters have been pushed there by our collective mistakes & mishandling of J&K. https://t.co/MoOrITSBoQ
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 28, 2016
गौरतलब है कि ‘मन की बात’ के पिछले कार्यक्रम में कश्मीर के हालात का जिक्र न किये जाने पर उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना कर चुके हैं। उमर ने 31 जुलाई को ट्विटर पर लिखा था ”मैं यह अपेक्षा कैसे करुं कि मेरे प्रधानमंत्री मन की बात में मेरे राज्य के लिए कुछ शब्द कहें जहां पर करीब 50 लोगों की जान चली गई और अनगिनत लोग घायल हुए हैं।’
How I wish my Prime Minister had found a few reassuring words for my state which has seen almost 50 deaths & countless injured #MannKiBaat
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 31, 2016
ज्ञात हो कि कश्मीर में पिछले लग्भग दो महीने से अशांति का माहौल है जिसकी शुरुआत जुलाई के प्रथम सप्ताह में सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हुई थी। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झडपों में कम से कम 70 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग घायल हो चुके हैं।