इस्‍लामिक प्रोफेसर चिल्‍लाई: मुस्‍लिम मर्द फौलादी, हक से कर सकते हैं गैर मुस्‍लिम महिलाओं का रेप

रेपवाशिंगटन। एक महिला इस्‍लामिक प्रोफेसर ने एक डिबेट के दौरान ऐसा खतरनाक बयान दे दिया जो चर्चा का विषय बन गया है। प्रोफेसर ने अल्‍लाह का हवाला देते हुए कहा है कि वो इस बात की इजाजत देता है कि मुस्‍लिम मर्द किसी भी गैर मुस्‍लिम महिला का रेप कर सकते हैं और उनका शोषण कर सकते हैं। यह बात साउद सालेह के द्वारा कही गई है। वह इजिप्‍ट के कायरो में अल-अजहर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर हैं। इनक्‍विस्‍तर न्‍यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक इस घटना का वीडियो लाइव लीक किया गया है।

यह बात उन्‍होंने लेजिटिमेट लड़ाई के दौरान पकड़ी गई गैर मुस्‍लिम महिलाओं के लिए कही है। प्रोफेसर का कहना है कि युद्ध के दौरान पकड़ी गई महिलाओं पर जेल के फौजियों और जवानों का हक होता है।

वो जैसा चाहे उनके साथ सुलूक कर सकते हैं। अगर उनकी इच्‍छा है तो वो उनके साथ अपनी बीवियों की तरह सेक्‍स कर सकते हैं। कैद के दौरान सभी महिलाएं उनकी पर्सनल प्रार्पटी हो जाती है। ऐसे में उन्‍हें उनके साथ सबकुछ करने की इजाजत होती है।

वहीं जब उनसे एशियाई देशों से सेक्‍स के लिए औरतों की खरीद पर बोलने को कहा गया तो उन्‍होंने कहा कि इसपर तो अल्‍लाह ने खुद बताया है। कोई भी मुस्‍लिम किसी भी गुलाम को कैसे भी इस्‍तेमाल कर सकता है। लेकिन यह तभी सही होगा जब वो गुलाम महिला किसी दुश्‍मन देश से आई हो या उस देश से आपके देश से युद्ध चल रहा हो।

आगे बोलते हुए प्रोफेसर कहती हैं कि यह पूरी तरह सही है और इसके लिए तो इस्‍लाम में काफी बढ़ावा दिया गया है। वहीं जब मुस्‍लिम समाज ने इस बयानों को सुना तो उन्‍होंने सफाई देते हुए कहा कि यह इस्‍लाम को बदनाम करने की साजिश है। इस तरह के गलत मैसेज देकर लोगों को भड़काने का काम किया जा रहा है।

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