
सियोल। उत्तर कोरिया ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि अगर उसने प्योंगयांग को फिर से आतंकवाद प्रायोजक देश की सूची में डाला, तो उसे इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) से शुक्रवार की देर रात विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “उत्तर कोरिया के खिलाफ निराधार आरोपों के लिए अमेरिका को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन के सौतेले भाई किम जोंग-नाम की कुआलालंपुर में कथित तौर पर हत्या को लेकर अमेरिकी सांसदों ने प्योंगयांग को आतंकवाद प्रायोजक देश की सूची में डालने की मांग की है। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के कार्यकाल के दौरान प्योंगयांग को इस सूची से बाहर निकाल दिया गया था।
समाचार एजेंसी एफे न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो महिलाओं ने किम जोंग-नाम की कथित तौर पर हत्या की। दोनों महिलाओं को मलेशियाई अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है और उनपर हत्या का आरोप लगाया है। वहीं दक्षिण कोरिया ने आरोप लगाया है कि उत्तर कोरिया ने दोनों महिलाओं को भाड़े पर लिया और बेहद खतरनाक रसायन वीएक्स नर्व एजेंट से किम पर हमले का प्रशिक्षण दिया। संयुक्त राष्ट्र ने इस खतरनाक रसायन को व्यापक जनसंहार के हथियार की श्रेणी में रखा है और इसपर प्रतिबंध लगा दिया है।
प्योंगयांग ने आरोपों से बार-बार इनकार किया है और किम जोंग-नाम की मौत का आरोप मलेशिया पर लगाया है। साथ ही उत्तर कोरिया को हत्या का जिम्मेदार ठहराने के लिए कुआलालंपुर तथा वाशिंगटन पर साजिश रचने का आरोप लगाया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “प्योंयांग ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष निरंतर साबित किया है कि वह आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है।”
बयान के मुताबिक, “इस बात से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अमेरिका अपने स्तर तथा हितों के लिए उत्तर कोरिया को ‘आतंकवाद प्रायोजक’ कहकर बुलाए, लेकिन उत्तर कोरिया कभी ‘आतंकवाद प्रायोजक’ देश नहीं होगा।”