
शास्त्रों में गुरुवार को महिलाओं को बाल धोने से इसलिए मनाही की गई है। क्योंकि महिलाओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति पति का कारक होता है। साथ ही बृहस्पति ही संतान का कारक होता है। इस प्रकार अकेला बृहस्पति ग्रह संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है। बृहस्पतिवार को सिर धोना बृहस्पति को कमजोर बनाता है जिससे कि बृहस्पति के शुभ प्रभाव में कमी होती है। इसी कारण से इस दिन बाल भी नहीं कटवाना चाहिए जिसका असर संतान और पति के जीवन पर पड़ता है। उनकी उन्नति बाधित होती है।
शक सम्वत : 1938
विक्रम सम्वत : 2073
ऋतु : शरद
आयन : दक्षिणायन
पक्ष : शुक्ल पक्ष
तिथि : चतुर्थी
नक्षत्र : ज्येष्ठा
योग : अतिगण्ड
सूर्योदय : 06:34
सूर्यास्त : 05:34
राहुकाल : दोपहर 01:35 से 02:47
दिशाशूल : गुरुवार को दक्षिण दिशा और अग्निकोण का दिशाशूल होता है यदि यात्रा अत्यन्त आवश्यक हो तो दही का सेवनकर प्रस्थान करें।