
चेन्नई। मौजूदा चैम्पियन चेन्नइयन एफसी आज यहां अपने घर में दो बार की चैम्पियन एटीके के खिलाफ मैदान में उतरेगी। चेन्नइयन का खिताब बचाने का प्रयास हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन के मध्य में ही दम तोड़ता नजर आ रहा है।
आईएसएल के इतिहास में अब तक कोई भी टीम खिताब की रक्षा नहीं कर सकी है लेकिन यह भी सच है कि खिताब बचाने का प्रयास करने वाली टीमों में से किसी ने भी इतनी जल्दी दम नहीं तोड़ा है।
चेन्नइयन एफसी अभी 10 टीमों की तालिका में आठवें स्थान पर है। नौ मैचों से उसने पांच अंक जुटाए हैं।
चेन्नइयन के कोच जॉन ग्रेगोरी हर विभाग में विफल रहे हैं। इस सीजन में चेन्नइयन ने अपने घर में एक भी मैच नहीं जीता है और अगर रविवार को यह टीम हार जाती है तो फिर इसकी लीग के असयम और दुर्भाग्यपूर्ण विदाई भी हो सकती है।
चेन्नइयन के डिफेंस ने अब तक बेहद खराब प्रदर्शन किया है और जब उसने अच्छा खेल दिखाया है तब अटैक नहीं चला है। मिडफील्ड ने भी कमी दिखी है और इसी कारण ग्रेगोरी इनिगो काल्डेरॉन को कई मौकों पर सेंट्रल मिडफील्डर के तौर पर खिलाना पड़ा है।
ग्रेगोरी को सबसे अधिक परेशान करने वाली बात यह है कि यह मौकों को भुनाने में नाकाम रही है। बीते मैच में गुरुवार को केरल के खिलाफ इस टीम ने कई मौके बनाए लेकिन उन्हें भुना नहीं सकी।
स्टीव कोपेल की एटीके डिफेंस के मामले में लीग की सबसे कंजूस टीमों में से एक है। इस टीम ने अब तक सिर्फ आठ गोल खाए हैं और इस सीजन में यह एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने एफसी गोवा के खिलाफ एक भी गोल नहीं खाया है।
बिके और जॉन जॉनसन डिफेंस की रीढ़ हैं और अपने अनुभव के दम पर दूसरी टीमों को बांधे रखते हैं। एटीके के लिए खराब खबर यह है कि प्रणॉय हल्धर निलम्बन के कारण चेन्नइयन के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे।