
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को बटन दबाकर सिक्स लेन का लोकार्पण किया। यह 73 किमी का मार्ग प्रयागराज व वाराणसी को जोड़ेगा। दिसंबर 2014 में इसका निर्माण कार्य शुरु हुआ था। इस दौरान पीएम ने देश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच किसानों की दी जा रही तमाम सुविधाओं का जिक्र किया। इसी के साथ उन्होंने कहा कि अगर हमें एमएसपी हटाना होता तो हम इनको ताकत क्यों देते।

2014 से पहले के 5 सालों में पहले की सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपए का धान खरीदा था। लेकिन इसके बाद के 5 सालों में 5 लाख करोड़ रुपए धान के MSP के रूप में किसानों तक हमने पहुंचाए हैं। यानि लगभग ढाई गुणा ज्यादा पैसा किसान के पास पहुंचा है। 2014 से पहले के 5 सालों में गेहूं की खरीद पर डेढ़ लाख करोड़ रुपए के आसपास ही किसानों को मिला। वहीं हमारे 5 सालों में 3 लाख करोड़ रुपए गेहूं किसानों को मिल चुका है यानि लगभग 2 गुणा।
अब आप ही बताइए कि अगर मंडियों और MSP को ही हटाना था, तो इनको ताकत देने, इन पर इतना निवेश ही क्यों करते? हमारी सरकार तो मंडियों को आधुनिक बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है।