तालाब के पास इस फैशन डिजाइनर को काटनी पड़ी थी रात, पास थे 5 हजार रु.

shipra_1457186491एजेंसी/नोएडा. लापता फैशन डिजाइनर शिप्रा मलिक वापस लौट चुकी है। लेकिन, पुलिस के लिए अभी भी सवालों का चक्रव्यूह कम नहीं हुआ है। प्रश्नों के जवाब के लिए सीओ थर्ड अरविंद कुमार की अगुवाई में पुलिस की एक टीम जयपुर गई है। वहां खाटू श्याम आश्रम में शिप्रा की फोटो दिखाकर पूछताछ की जा रही है, ताकि बयानों का मिलान किया जा सके।
 
 
आश्रम से जानकारी जुटा रही पुलिस
 
एसपी सिटी दिनेश यादव ने बताया कि जयपुर में यह भी जांच की जाएगी कि शिप्रा खाटू श्याम आश्रम से पहले और कहीं भी रुकी थी या नहीं। वहीं, पुलिस परिवार के गिरते आर्थिक स्थिति की भी जानकारी जुटा रही है।
 
शिप्रा के पास नहीं थी आईडी
 
– लाजपत नजर में अंतिम लोकेशन के बाद शिप्रा ने अपना पर्स व मोबाइल कहीं फेंक दिया था।
– उसके पास कोई आईडी भी नहीं थी। ऐसे में वह जयपुर तो पहुंची, लेकिन उसे कहीं कमरा नहीं मिला।
– जाहिर है वह आश्रम पहुंची। लेकिन, आश्रम के रिकॉर्ड में भी शिप्रा ने किसी भी नाम से कमरा बुक नहीं है।
 
तालाब के पास काटी रात
 
– शिप्रा को उन्हीं कपड़ों में बरामद किया गया जिस कपड़ों में वह घर छोड़ कर गई थी।
– उसके पास सिर्फ पैसे थे, कपड़े नहीं।
– बताया गया कि खाटू श्याम आश्रम में बने तालाब के किनारे शिप्रा ने अपनी पहली रात गुजारी।
– आश्रम सुनसान क्षेत्र में पड़ता है। वहां आने जाने वाले लोग भी काफी होते हैं, लिहाजा किसी ने शिप्रा के तरफ ध्यान नहीं दिया।
 
पांच हजार रुपए लेकर छोड़ा था घर
 
– शिप्रा ने जाने से पहले बैंक लॉकर ऑपरेट किया था।
– लेकिन, लॉकर से उसने कुछ निकालने की बजाए उसमे कुछ जमा किया था।
– शिप्रा अपने पास 5 हजार रुपए लेकर गई थी।
 
रेस्त्रा बंद कर लगाया था पैसा
– चेतन मलिक का शहर के पॉश मार्केट सेक्टर-18 में एक रेस्त्रा था।
– चेतन के पिता रियल स्टेट में कारोबारी थे।
– पिता के कहने पर चेतन ने रियल स्टेट क्षेत्र में कदम रखा।
– रेस्त्रा बंद कर करीब 75 लाख रुपए रियल स्टेट के कारोबार में लगा दिया। उम्मीद थी पैसा बढ़ेगा।
– इसके उलट पूरा परिवार कर्जे में चला गया। शिप्रा का बुटिक का बिजनेस भी धीरे-धीरे बंद हो गया।
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