
नई दिल्ली। कर्नाटक में इस्तीफा देने वाले 5 और बागी विधायकों ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में विधानसभा स्पीकर के खिलाफ याचिका दायर की। उनका कहना है कि स्पीकर रमेश कुमार जानबूझकर इस्तीफे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। हालांकि 10 विधायक पहले ही सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को 16 जुलाई तक यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। मामले में मंगलवार को सुनवाई होगी।
कांग्रेस के बागी विधायक एमटीवी नागराज ने पार्टी नेता डीके शिवकुमार और कांग्रेस-जेडीएस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया से मुलाकात की। दूसरी ओर, कांग्रेस और जेडीएस के 10 बागी विधायक इस्तीफा देने के बाद से मुंबई ठहरे हुए हैं। ये सभी शनिवार को विशेष विमान से शिरडी पहुंचे और यहां साईं मंदिर के दर्शन किए।
नागराज ने शिवकुमार से मुलाकात के बाद कहा कि उस वक्त स्थिति ऐसी थी कि हमने इस्तीफा सौंपा, लेकिन अब शिवकुमार और अन्य नेताओं ने मुझसे इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा है। मैं इस मामले में के सुधाकर राव से बात करूंगा। इसके बाद देखूंगा कि क्या करना है। मैंने कई दशक कांग्रेस में बिताए हैं। नागराज और सुधाकर ने 10 जुलाई को इस्तीफा दिया था। इन दोनों विधायकों के अलावा 14 और विधायक अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं। हालांकि, किसी भी विधायक का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के विश्वास साबित करने के लिए वक्त मांगने के फैसले का स्वागत करती है। येदियुरप्पा ने कहा कि कर्नाटक की जनता को मौजूदा गठबंधन सरकार के भ्रष्टाचार से घृणा थी। यही वजह है कि कुमारस्वामी ने विश्वास साबित करने के लिए वक्त मांगा और हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं है। अगले कुछ दिनों में यह सरकार गिर जाएगी।
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कांग्रेस के 13 और जेडीएस के 3 विधायकों ने दिया इस्तीफा
उमेश कामतल्ली, बीसी पाटिल, रमेश जारकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एच विश्वनाथ, गोपालैया, बी बस्वराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्ना, एसटी सोमाशेखरा, प्रताप गौड़ा पाटिल, मुनिरत्ना और आनंद सिंह इस्तीफा सौंप चुके हैं।