
लखनऊ। प्रदेश में साल 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले गठबंधन की राजनीति गर्म हो गई है। इसको लेकर रालोद प्रमुख अजित सिंह ने बीते 24 घंटे में दो बार समाजवादी पार्टी के अध्य़क्ष मुलायाम सिंह यादव से मुलाकात की है। सूत्रों की मानें तो मुलाकात की वजह ये है कि अजित सिंह साइकिल के पीछे बैठकर राज्यसभा जाना चाहते हैं। अजित सिंह की मंशा सिर्फ राज्यसभा पहुंचने की ही नहीं, बल्कि साइकिल का साथ लेकर यूपी विधानसभा चुनाव तक पहुंचने की भी है।
समाजवादी पार्टी का बड़ा दांव
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अजित सिंह सोमवार को राज्यसभा के लिए नामांकन भी कर सकते हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के इस नए कदम को पश्चिम यूपी की राजनीति के लिहाज़ से काफी अहम माना जा रहा है| सपा और रालोद का साथ उत्तर प्रदेश की राजनीति के साथ दिल्ली के लिए भी काफी अहम साबित हो सकता है| अगर सपा और RLD में गठबंधन होता है तो सीटों के बंटवारे पर सपा मुखिया मुलायम सिंह भी जल्द बड़ा फैसला करेंगे|
बीजेपी ने कर लिया था किनारा
जनवरी से लेकर अब तक चौधरी अजीत सिंह की तरफ से बीजेपी नेताओं के साथ अनौपचारिक तौर पर गठबंधन के लिए बातचीत जारी थी। बीजेपी अजीत सिंह से RLD के बीजेपी में विलय के लिए दबाव बना रही थी| जबकि अजित चौधरी सिर्फ राजनीतिक गठबंधन चाहते थे। इस कारण यूपी बीजेपी के जाट नेताओं ने लगातार चौधरी का विरोध किया।
इतना ही नहीं, चौधरी का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नजदीकी बढ़ाने का कदम भी बीजेपी को नागवार गुजरा था। इससे अजीत सिंह की स्थिती बीजेपी नेतृत्व के समक्ष और संदिग्ध हो गयी थी। लिहाजा बीजेपी ने अजीत सिंह को उनके हाल पर ही छोड़ दिया था|