श्रीकृष्ण की इस नीति से अर्जुन ने जीता था महाभारत का युद्ध

श्रीकृष्णकौरवों की विशाल सेना देखकर जब अर्जुन ने अपनी छोटी सेना देखी तो वह घबरा गया। इसे भांपकर श्रीकृष्ण बोले- हे अर्जुन तुम शारीरिक रूप से कौरवों की सेना देखकर न घबराओ और अपनी बुद्धि व विवेक से काम लो।

यह भी पढ़ें:- अगर आपके हाथ पर इस खास जगह पर है काला तिल तो…

जिसके पास बुद्धि है, उसके पास हर प्रकार का बल है। इसी प्रकार जो व्यक्ति अपनी बुद्धि का इस्तेमाल नहीं करता, वह हमेशा कष्टों में रहता है।

बुद्धि बल से मनुष्य में सत्य-असत्य को जानने की क्षमता रहती है और उसके मन में किसी प्रकार का संदेह नहीं रहता। बुद्धि द्वारा व्यक्ति अपना, अपने समाज और राष्ट्र का कल्याण कर सकता है।

श्रीकृष्ण ने कहा- हे अर्जुन, इस धरा पर मनुष्य ही सबसे सर्वश्रेष्ठ है। इसकी वजह यही है कि सिर्फ मनुष्य के पास बुद्धि बल है और इसकी बदौलत वह असंभव को भी संभव बना सकता है।

हे पार्थ- युद्ध शारीरिक शक्ति के साथ ही बुद्धि के द्वारा भी लड़ा जाता है और बड़ी से बड़ी सेना को परास्त किया जा सकता है। मनुष्य अपनी बुद्धि की तीव्रता और सूक्ष्मता को अपने पुरुषार्थ से बढ़ा सकता है।

यह भी पढ़ें:-जानिए… आखिर क्यों इतना पवित्र है कुर्बानी का ये त्यौहार

मनुष्य की बुद्धि को न कोई चुरा सकता है और न ही कोई उसे छीन सकता है। बाकायदा बुद्धि ही मनुष्य के पास ऐसा धन है, जिसे बांटने पर यह बढ़ती जाती है जो व्यक्ति अपने अर्जित किए गए ज्ञान को दूसरों के साथ नहीं बांटता है, उसकी बुद्धि सीमित होती जाती है।

देखें वीडियो:-

LIVE TV