
एजेंसी/मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई में आयोजित होने वाले मैरीटाईम इंडिया कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भारतरत्न डाॅ. आंबेडकर के मूर्ति शिल्प पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने मूर्ति शिल्प पर पुष्प माला चढ़ाई। इस दौरान उनका स्वागत केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया। औपचारिक स्वागत-सत्कार के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपना उद्बोधन दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैरिटाईम इंडिया समिट वर्ष 2016 का शुभारंभ किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि जल परियोजनाओं में डाॅ. आंबेडकर की सोच का पालन किया गया है।
समिट के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की तटीय सीमाओं का उल्लेख भी किया। उनका कहना था कि भारत की तटीय सीमाऐं विभिन्न देशों से लगती हैं। यही सीमाऐं भारत के विकास को गति देंगी। उन्होंने समुद्र में निवेश करने की अपील भी निवेशकों से की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कहा गया कि सरकार बंदरगाहों के विकास पर ध्यान दे रही ह। वह इन क्षमताओं को 140 करोड़ टन से बढ़ाकर 2025 तक 300 करोड़ टन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखती है।
उनका कहना था कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा अच्छी हुई है। पीएम मोदी ने मैरिटाईम परिवहन को लेकर कहा कि यह ईको फ्रेंडली है। यह परिवहन का एक अच्छा माध्यम है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हमारी परिवहन व्यवस्था और जीवन शैली ऐसी न हो जिससे इसमें प्रदूषण फैले।




