जानें एक के बाद एक क्यों रोकी जा रही मोदी की रैलियां, पहले पश्चिम बंगाल फिर पंजाब
लोकसभा चुनाव मतदान प्रक्रिया के बीच पहले पश्चिम बंगाल के बाद अब पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में अड़ंगा लगा दिया गया है। लुधियाना में 17 मई को पीएम की रैली होने वाली थी। इसके लिए शिअद-भाजपा ने सरकारी कॉलेज (गर्ल्स) में रैली के लिए आवेदन किया था। प्रशासन की तरफ से कॉलेज से एनओसी लाने की बात कही गई।
कॉलेज प्रबंधकों ने परीक्षा होने की बात कह एनओसी नहीं दी। इसके तुरंत बाद चंडीगढ़ रोड स्थित ग्लाडा ग्राउंड में रैली करने के लिए आवेदन किया गया था। मंगलवार देर शाम को इस जगह पर रैली के लिए आपत्तियां लगा दी गईं। पीएम की सुरक्षा के मद्देनजर किसी भी जगह पर रैली के लिए 72 घंटे पहले जानकारी होनी चाहिए।
ऐसे में अब यह रैली होना संभव नहीं है। शिअद-भाजपा प्रत्याशी महेश इंदर ग्रेवाल का कहना है कि यह सब कुछ जानबूझ कर किया गया है। सत्ताधारी पक्ष नहीं चाहता था कि यहां पर पीएम की रैली हो। पहले कॉलेज की एनओसी मांग कर मामले को लटकाया गया, फिर ग्लाडा ग्राउंड की परमिशन पर कुछ ऑब्जेक्शन लगाए गए, ताकि मामला लेट हो जाए।
अकाली दल की तरफ से लगाए गए आरोप गलत है। सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल ने परीक्षा के चलते रैली करने के लिए एनओसी नहीं दी थी। 14 मई को ग्लाडा की तरफ से रैली के लिए परमिशन जारी कर दी गई है। रैली के संबंध में किसी पार्टी ने उनसे और संबंधित एआरओ से संपर्क नहीं किया है।
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