महाराष्ट्रः एनडीए से अलग होते ही शिवसेना के सामने आई ये बड़ी चुनौती

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में शिवसेना और एनडीए में सरकार बनाने को लेकर हुए मतभेद में शिवसेना को ज्यादा नुकसान की संभावना नजर आ रही है। बता दें कि शिवसेना और एनडीए में सरकार बनाने में असफल होने पर एक दुसरे से नाता तोड़ लिया था। अब शिवसेना को संसद के अदर से एक झटका लगा है और पहले जहां पक्ष की तरफ बैठने वाली शिवसेना की सीट अब बदल गई है और शिवसेना के सांसद अब विपक्ष की तरफ बैठेंगे।


शिवसेना के एनडीए से दूर होने के बाद राज्यसभा में बैठक की व्यवस्था बदल गई है। नई व्यवस्था के तहत शिवसेना सांसद संजय राउत उच्च सदन में 198 नंबर की सीट पर बैठेंगे। इससे पहले वह 38 नंबर की सीट पर बैठा करते थे।

बता दें कि चुनाव पूर्व गठबंधन होने के बावजूद, 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा और शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर आपस में उलझ गए। इसके बाद मौके को देखते हुए एनसीपी ने शिवसेना के सामने हाथ मिलाने के लिए शर्त रखी।

एनसीपी ने कहा कि अगर शिवसेना साथ मिलकर सरकार बनाना चाहती है तो उसे एनडीए से सभी प्रकार के रिश्ते-नातों को तोड़ना होगा। शिवसेना ने भी इस शर्त को माना और 11 नवंबर को एनडीए से अलग हो गई।

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यही नहीं, अगले ही दिन यानी 12 नवंबर को शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने भी केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। इधर, उनकी जगह कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया।

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