मध्‍यप्रदेश में बाढ़ के हालात, यूपी में मंदाकिनी उफनाई  

मध्‍यप्रदेश नई दिल्ली । मध्‍यप्रदेश  में पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश से नदी-नालों का वाटर लेवल बढ़ गया है। इससे सतना और सागर शहरों में बाढ़ के हालात बन गए। सतना में बुधवार सुबह से शाम तक 245 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। उधर, असम में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य के सात जिलों में बाढ़ के चलते करीब 90 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।

मध्‍यप्रदेश में बुधवार से हो रही भारी बारिश के चलते नर्मदा, पार्वती, चंबल, केन, तवा, तमस और सुनार नदियों का वाटर लेवल बढ़ गया है। वेदर डिपार्टमेंट ने अगले 24 घंटों में राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के सतना जिले में लो प्रेशर जोन बना हुआ है। यहां भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मध्यप्रदेश के सागर में एक नाले में तीन लोगों के बहने की खबर है। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।

मध्‍यप्रदेश  सहित देश के कई इलाकों में बाढ़ के हालात

मध्‍यप्रदेश के कई इलाकों में 4 जुलाई से लगातार बारिश हो रही है। वेदर डिपार्टमेंट के मुताबिक, बुधवार की सुबह से सतना में 245 मिमी, पचमढ़ी में 103 मिमी, दमोह में 86, सागर में 51, ग्वालियर में 39.6, जबलपुर में 17, होशंगाबाद में 20, टीकमगढ़ में 30, उमरिया में 17 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। पिछले 24 घंटों में नरसिंहपुर में 310 मिलीमीटर, सीधी में 160 मिलीमीटर, गुना में 130 मिलीमीटर, रीवा में 110 मिलीमीटर और शिवपुरी में 90 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।

असम के सात जिलों में बाढ़ की वजह से तकरीबन 90,000 लोग प्रभावित हुए हैं। लोकल एडमिस्ट्रेशन के मुताबिक, लखीमपुर, धेमाजी, नौगांव, जोरहाट, गोलाघाट, मौरीगांव और बिश्वनाथ जिलों में 88,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। ब्रहमपुत्र नदी सोनितपुर जिले के तेजपुर, जोरहाट के नेमतीघाट, लखीमपुर के बड़ातीघाट के सुबंसिरी, शिवसागर के दिखे, गोलाघाट शहर के धनसिरी, गोलाघाट के नुमालिगढ़ और सोनितपुर के एनटी रोड क्रॉसिंग के जिया भराली में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।  एडमिनिस्ट्रेशन ने लखीमपुर जिले में सात राहत कैम्प भी खोले हैं। बाढ़ की वजह से इन जिलों में 6,000 हेक्टेयर से ज्यादा की फसल बर्बाद हो गई।

बिजली गिरने से सात की मौत

उत्तर प्रदेश में गाजीपुर के कासिमाबाद इलाके में बुधवार को बिजली गिरने से धान की रोपाई कर रहे एक शख्स की मौत हो गई। साउथ-वेस्ट मानसून एक्टिव होने से राज्य के कई इलाकों में बारिश हुई।  पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुदेलखंड के कई जिलों में पिछले चौबीस घंटों के दौरान तेज हवाओं के साथ बारिश होने के आसार हैं। बिहार के नालंदा जिले के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने से दो बच्चों समेत छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, आठ लोग जख्मी हो गए। मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं।

मध्‍यप्रदेश और यूपी में मंदाकिनी उफनाई, मठों में भरा पानी

मध्‍यप्रदेश यूपी-एमपी सरहद में हुई भारी बारिश से बुधवार को मंदाकिनी ऐसी उफनाई कि रामघाट में दर्जनों दुकानों सहित मठ-मंदिर डूब गए। वैसे बाढ़ में किसी प्रकार की जनहानि तो नहीं हुई लेकिन अचानक बढ़ा पानी दुकानों में घुसने से लाखों रुपए का सामान बर्बाद हो गया।

दिन में उफना रही मंदाकिनी ने 12 साल पहले की याद ताजा कर दी। वैसे उतना नदी में पानी नहीं बढ़ा जितनी बाढ़ वर्ष 2003 में आई थी लेकिन बढ़ रहे जल स्तर और नदी के रौद्र रूप से लोग भयभीत जरूर नजर आए। मंगलवार रात से पहाड़ों में हो रही जोरदार बारिश से मंदाकिनी नदी बुधवार को उफनाने लगी। रामघाट की दुकानों में देखते ही देखते पानी भर गया। कुछ व्यापारी अपना सामान समेट सके तो कुछ दुकान बंद कर भाग लिए। व्यापारियों को अचानक आई बाढ़ से भारी क्षति पहुंची है।

भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवन दास व मत्यगेंद्रनाथ मंदिर के पुजारी विपिन बिहारी तिवारी ने बताया कि सुबह सात बजे नदी में बाढ़ का सिलसिला शुरू हुआ था और एक घंटा के अंदर करीब 15 मीटर जल स्तर बढ़ गया, जिसमें रामघाट की सभी दुकानें डूब गई। उप जिलाधिकारी सदर रजनीश मिश्रा ने बताया कि बाढ़ को देखते हुए फिलहाल रामघाट और तरौंहा में बाढ़ चौकी स्थापित कर दी गई है।

LIVE TV