प. बंगाल विस चुनाव: हिन्दू वोटरों के सहारे भाजपा
एजेन्सी/पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी ने कट्टर हिन्दुत्व रुख अख्तियार कर चुनाव लडऩा तय किया है। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार भाजपा इस बात को मान कर चल रही है कि किसी भी हालत में पं बंगाल के अल्पसंख्यक भाजपा को वोट नहीं देने वाले है। मुसलमान वोटरों का मत तृणमूल कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच जाने का गणित मान कर चल रही भाजपा ने विधानसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट न देने का मन बनाया है। भाजपा इस बार चुनावी मुद्दों में हिंदू शरणार्थियों की नागरिकता को शामिल कर रही है। भाजपा रणनीतिकारों का मानना है कि मुसलमानों को समझाने और मनाने का कोई फायदा नहीं है। भाजपा के इस निर्णय से खफा होकर पश्चिम बंगाल भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष शकील अंसारी ने भाजपा से नाता तोड़ लिया है।
सीमा समझौते को भुनाएगी भाजपा
भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के साथ सीमा समझौता कर एक एतिहासिक कदम उठाया है। पार्टी के कार्यकर्ता इसे पं बंगाल में रह रहे हिन्दुओं के घर-घर जाकर बताएंगे। इस समझौते के बादघुसपैठ घटने व हिन्दू शरणार्थियों की पं बंगाल में रहने और देश की नागरिकता मिलने में आसानी होगी।
पिछले चुनाव में नहीं खुला था खाता
पं बंगाल के पिछले 2011 के विधानसभा चुनाव में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। 294 सीटों में से 289 सीटों पर चुनाव लड़े भाजपा के उम्मीदवारों की 285 सीटों पर जमानत जब्त हो गई थी। 1934650 मत भाजपा को मिले थे, जो कुल मतों का 4 प्रतिशत के करीब था।