
राजधानी दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण का कहर बढ़ गया है। हवा की गति धीमी होने और तापमान गिरने से शुक्रवार से हवा खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई, जो शनिवार (27 दिसंबर) को भी बरकरार है।
सुबह धुंध और कोहरे की मोटी चादर छा गई, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो गई। एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, शनिवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 353 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब कैटेगरी में आता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों से कई इलाकों में AQI गंभीर स्तर पर पहुंच गया है:
- अलीपुर: 377
- आनंद विहार: 410
- अशोक विहार: 388
- आया नगर: 272
- बवाना: 400
- बुराड़ी: 342
- चांदनी चौक: 380
- डीटीयू: 402
- द्वारका सेक्टर-8: 366
- IGI एयरपोर्ट T3: 259
- ITO: 379
- जहांगीरपुरी: 415
- लोधी रोड: 270
- मुंडका: 377
- नजफगढ़: 271
- नरेला: 408
- पंजाबी बाग: 361
- आरके पुरम: 363
- रोहिणी: 409
- सोनिया विहार: 370
- विवेक विहार: 424
- वजीरपुर: 397
सुबह के समय कुछ मॉनिटरिंग स्टेशंस पर AQI गंभीर (severe) स्तर तक पहुंच गया, जैसे जहांगीरपुरी और विवेक विहार में 410-424 के बीच। धुंध के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी कम होने से यातायात प्रभावित हो रहा है।
AQI क्या दर्शाता है?
- 0-50: अच्छा (Good)
- 51-100: संतोषजनक (Satisfactory)
- 101-200: मध्यम (Moderate)
- 201-300: खराब (Poor)
- 301-400: बेहद खराब (Very Poor) – सांस की तकलीफ, आंखों में जलन हो सकती है
- 401-500: गंभीर (Severe) – स्वस्थ लोगों को भी गंभीर असर, बीमारों के लिए जानलेवा
बेहद खराब या गंभीर AQI में बाहर निकलने से बचें, मास्क पहनें और बच्चों-बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। सर्दी और कम हवा की वजह से प्रदूषण फंस रहा है। आने वाले दिनों में घनी धुंध जारी रहने की संभावना है।





