जैश-ए-मोहम्मद के निशाने पर हैं राष्ट्रवादी नेता
नई दिल्ली। पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद देश के भीतर तबाही मचाने की योजना बना रहा है। पीओंके में आतंकी शिविरों में रोज कोई न कोई योजना बन रही है। इस बार देश की खुफिया एजेंसियों को खबर मिली है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन राष्ट्रवादी नेताओं को अपना निशाना बनाना चाहते हैं। आतंकियों की सूची में वो नेता हैंं जो हमेशा से राष्ट्रवाद की बात करते हैं। इन नेताओं में कुछ हिंदू व कुछ मुस्लिम नेता शामिल हैं। जबकि उनके धर्म से कोई आतंकियों को कोई मतलब नही।
लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद चाहते हैं कि देश के भीतर मौजूद इनके स्लीपर सेल पहले इन नेताओं की रेकी करें। उनकी दिनचर्या को समझे उसके बाद हमले की प्लॉनिंग रची जाए। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के आतंकी संगठनों ने भारत के खिलाफ छेड़े गए प्रॉक्सी वॉर की रणनीति में भी काफी बदलाव किया है।
यह भी पढें:- जम्मू कश्मीर पर मोदी के साथ खड़ा हुआ देश, कहा- घुसकर मारो
खुफिया जानकारी के मुताबिक पाक अधिकृत कश्मीर के मुज्जफराबाद में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडरों की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में भारत के खिलाफ प्रॉक्सीवार में बदलाव को लेकर रणनीति बनाई गई। जिसमें तय हुआ है कि लश्कर-ए-तैयबा अब अपना पूरा ध्यान कश्मीर पर रखेगा। लश्कर के कमांडरों के कंधों पर इस बात की जिम्मेदारी होगी कि वो घाटी के भीतर ज्यादा से ज्यादा अशांति फैलाएं। लश्कर का फोकस इस बात पर होगा कि सीधे हमलों की बजाए मुद्दों को गरमाया जाए।
आतंकी संगठनों की नई चाल के मुताबिक लश्कर घाटी में मौजूद लोगों को भारत के खिलाफ भड़काने का काम करेगा। खासतौर पर सुरक्षाबलों के खिलाफ भड़काने के लिए लोगों को उकसाया जाएगा। आतंकियों की नई प्रॉक्सी रणनीति के तहत लश्कर के टॉप कमांडरों ने अपने आतंकियों को हिदायत दी है कि वो घाटी में सुरक्षाबलों पर सीधे हमले से परहेज करें। सीधे हमले की बजाए लोगों की भीड़ में शामिल होकर सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जाए। घाटी में ज्यादा से ज्यादा से अशांति का माहौल पैदा किया जाए।