
रिपोर्ट — शिवा शर्मा
लखनऊ- लखनऊ में बस से सफरकरने वालो के लिए शहर में बने बरसो पुराने बस स्टॉप कई समय से खस्ताहाल है न तो इसको व्यवस्थित करने के लिए ज़िम्मेदारनगर निगम का विभाग आगे आया और न ही जनता इन बस स्टॉप का लाभ उठा सकी ज़्यादातर खस्ताहाल बस स्टॉप की तस्वीरें वीआईपी इलाको में देखने को मिली |
स्मार्ट सिटी के तर्ज़ पर बदलता लखनऊ का कुछ इलाका ऐसा भी है जो बदहाल हैं बात की जाए अगर जनता से जुडी तो सड़क किनारे बस स्टॉप की हालत ऐसी है की ठहरने की बात तो दूर वहा रुकना भी मुमकिन नहीं है और ज़्यादातर बस स्टॉप नगर निगम के क्षेत्र वीआईपी इलाके ,गोमतीनगर , हज़रतगंज ,इंद्रानगर,महानगर और मुख्यमंत्री आवास के पास की है। लाइव टुडे की टीम ने जब बदहाल बस स्टोपो का ज़ायज़ा लिया तो वहा की तस्वीरों ने हकीकत की पोल खोल दी ।
जो जगह बैठने के लिए बनाई गयी वो पूरी तरह खोकली थी कई जगह तो लोहे की सीट ही गायब थी जैसे रात के अँधेरे में कोई सीटों को चुरा ले गया हो बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए न-तो पीने के पानी की व्यवस्था थी और ना ही आस-पास शौचालय की जगह कई जगह तो बस स्टैंड पर कब्ज़ा करते हुए लोग ठेले खुम्चे से घिरे दिखे। कुछ यात्रियों का मानना है की इसी बदहाल व्यवस्था के चलते जनता को परेशानी होती है ।
ऐसे में ज़िम्मेदार विभाग नगर निगम और एलडीए भी कुछ भी बोलने से इंकार करनेलगा। इससे साफ़ है की जनता के हित और सुविधा के लिए बने इन स्टैंड परविभाग ने बसरो से नज़र नहीं डाली |
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कई जगह तो बस के रुकने से जाम ही जाम मिलता है जहा उनके रुकने से यातायात प्रभावित होता है ड्राइवर की लापरवाही के चलते बसे ज़्यादातर वही रूकती है जहा उन्हें सावरिया मिलती है लेकिन ये बात भी साफ़ है की अगर विभाग अपने बस स्टॉप पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं दे तो शायद सावरिया
भी उन बस स्टॉपों पर रुकने से न कतराए और फिर शायद जाम से भी शहर में चलने वालो लोगो को निजात और सही समय में यात्रियों को अपनी बस मिले |