इन चोटिल खिलाड़ियों के साथ कल उतरेगी टीम इंडिया, ब्रिस्बेन के गाबा में रोमांचक होगी आखिरी जंग
भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमें फिलहाल एक-एक मैच जीतकर बराबरी पर हैं। शुक्रवार से शुरू होने वाले चौथे और आखिरी टेस्ट में इनकी निगाह मैच जीतकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा करने की होगी। वैसे पिछले बार की विजेता होने की वजह से भारतीय टीम को यहां एक फायदा यह होगा कि मैच ड्रॉ होने की हालत में ट्रॉफी उसी के पास रहेगी। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत से ट्रॉफी छीनने के लिए हर हाल में जीतना जरूरी होगा।
ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में होने वाले इस मुकाबले में रिकॉर्ड के नजरिए से वैसे तो मेजबान ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है लेकिन बावजूद इसके जिस तरह से टीम इंडिया ने अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में पिछले दो मैचों में प्रदर्शन किया है, उसे देखते हुए हर किसी को यहां भी एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है। सिडनी में हार की कगार पर पहुंचकर मैच बचाने के साथ ऑस्ट्रेलिया का मानमर्दन करने वाली भारतीय टीम के सामने गाबा की जीवंत पिच पर चुनौती कड़ी होगी क्योंकि उसके शीर्ष खिलाड़ी चोटों के कारण निर्णायक टेस्ट खेलने के लिए उपलब्ध नहीं है।
इन चोटिल खिलाड़ियों के बीच इतिहास रचने की चुनौती
विराट कोहली समेत कई अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम हर तरह की प्रतिकूल परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है और यही वजह है कि नियमित कप्तान विराट को इस पर नाज है। अब इस टीम को नए दशक के पहले टेस्ट में ऐसे मैदान पर खेलना है जहां ऑस्ट्रेलिया 1988 से नहीं हारा है। टीम में जडेजा या बुमराह नहीं है और विकेट काफी कठिन है। वहीं मयंक अग्रवाल नेट अभ्यास के दौरान चोटिल हो गए और अश्विन कमर के दर्द से जूझ रहे हैं। बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने मैच से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम इस पर कल फैसला लेंगे। मेडिकल टीम चोटिल खिलाड़ियों के साथ काम कर रही है। बुमराह फिट होगा तो खेलेगा, नहीं होगा तो बाहर रहेगा।’
‘गाबा’ ऑस्ट्रेलिया का पसंदीदा मैदान
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन इस बात से खुश होंगे कि निर्णायक टेस्ट गाबा पर खेला जा रहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में भी विल पुकोवस्की चोट के कारण बाहर हैं जिनकी जगह मार्कस हैरिस ने ली। पेन ने कहा, ‘हमें यहां खेलना पसंद है क्योंकि यह विकेट शानदार है। मुझे पता है कि यह विकेट कैसी होगी।’
टीम इंडिया त्रिमूर्ति के भरोसे
उन्होंने परोक्ष रूप से भारतीय टीम को चेतावनी दी है लेकिन भारतीय बल्लेबाजी की त्रिमूर्ति अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा इस चुनौती का सामना करने को तत्पर होंगे। सिडनी के संकटमोचक विहारी टीम में नहीं हैं लेकिन उन्होंने एक मिसाल कायम की है और पंत से उसी प्रदर्शन के दोहराव की उम्मीद होगी।
भारतीय प्लेइंग इलेवन पर माथापच्ची
भारतीय खेमा पांच की बजाय चार गेंदबाजों के साथ उतर सकता है। गेंदबाजी चिंता का सबब है क्योंकि नवदीप सैनी और मोहम्मद सिराज को कुल जमा तीन टेस्ट का अनुभव है। शार्दुल ठाकुर ने दो साल पहले अपने पहले टेस्ट में दस गेंद डाली थी। राठौड़ ने बुमराह को लेकर तस्वीर साफ नहीं करते हुए ऑस्ट्रेलिया को सोच में डाल दिया है लेकिन सभी को पता है कि यह तेज गेंदबाज खेलने की स्थिति में नहीं है।
टीमें:
भारत :
अजिंक्य रहाणे (कप्तान), रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, ऋद्धिमान साहा, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन, नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, टी नटराजन, वाशिंगटन सुंदर
ऑस्ट्रेलिया:
टिम पेन (कप्तान), डेविड वार्नर, मार्कस हैरिस, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, मैथ्यू वेड, कैमरन ग्रीन, पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन और जोश हेजलवुड