
सेन फ्रांसिस्को। अमेरिका में भारतीय मूल के उद्यमी गुरबख्श चहल को अमेरिकी अदालत ने शनिवार को एक साल की सजा सुनाई है। उन पर अपनी गर्लफ्रैंड को पीटने का आरोप है। यह सजा उन्हे घरेलू हिंसा निषेध कानून के अन्तर्गत मिली।
चहल उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होने सिर्फ 25 साल की उम्र में करीब 2000 करोड़ रुपये (300 करोड़ डॉलर) में अपना स्टार्टअप बेचा था। उन पर घरेलू हिंसा मामले के प्रोबेशन समय का उल्लंघन करने का आरोप है। हालांकि, 34 वर्षीय गुरबख्श को सजा के खिलाफ अपील की इजाजत दी गई है।
2013 में गुरबख्श चहल पर आरोप लगे कि उन्होंने अपनी प्रेमिका से मारपीट की। सरकारी वकील के मुताबिक वीडियो फुटेज में यह साफ है कि आईटी क्षेत्र के इस दिग्गज ने अपने पेंटहाउस में महिला मित्र के साथ 117 से भी ज्यादा बार मारपीट की और तकिए से उनका गला दबाने की भी कोशिश की।
उन पर अपनी दूसरी महिला मित्र से भी मारपीट का आरोप है। 2014 में उन्हें दोषी ठहराया गया। सैन फ्रांसिस्को कोर्ट की जज ट्रैसी ब्राउन ने 34 वर्षीय चहल को पिछले महीने ही नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया था।
2014 में महिला मित्र से मारपीट के आरोप में भी उन्हीं की अदालत में चहल दोषी पाए गए थे।
गुरबख्श चहल ने अपनी सफाई में कहा कि आरोप लगाने वाली महिला जांच में मदद नहीं कर रही और उन्हें गलत तरीके से हासिल सबूतों के आधार पर दोषी करार दिया गया है। दोनों महिलाएं कोर्ट में भी पेश नहीं हुईं, जिस वजह से उनसे सवाल नहीं पूछे जा सके।
कौन हैं चहल
चहल अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के करीबी माने जाते हैं। व्हाइट हाउस में कई बार अमेरिकी राष्ट्रपति से से वह मिल चुके हैं। वर्ष 2007 में गुरबख्श चहल ने अपनी डिजिटल विज्ञापन कंपनी को 300 करोड़ डॉलर (करीब 2000 करोड़ रुपये) में याहू को बेचा था। अमेरिका के मशहूर ‘ओप्रा विन्फ्रे शो’ में बतौर मेहमान बुलाया गया। ‘मोस्ट एलिजेबल बैचलर’ का तमगा मिला। उनका जन्म पंजाब के तरनतारन में हुआ।