
आगरा के बाह क्षेत्र में स्थित बटेश्वर में यमुना नदी (कालिंदी) का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसने ग्रामीणों में बाढ़ का डर पैदा कर दिया है। बुधवार, 3 सितंबर को यमुना का उफनता पानी बटेश्वर के प्रसिद्ध ब्रह्मलाल महाराज मंदिर की देहरी तक पहुंच गया। पुजारी और श्रद्धालुओं ने मंदिर की देहरी पर यमुना की आरती उतारी और नदी के शांत होने की प्रार्थना की।

मंदिरों पर खतरा, गांव की ओर बढ़ सकता है पानी
बटेश्वर की मंदिर श्रृंखला के पूर्वी छोर पर केवल एक सीढ़ी पानी में डूबने से बची है। पिछले 24 घंटों में यमुना का जलस्तर एक सीढ़ी और चढ़ गया है। पश्चिमी छोर पर कई मंदिरों की देहरी तक पानी पहुंच चुका है। पुजारी जय प्रकाश गोस्वामी ने बताया कि यदि यमुना का उफान इसी तरह जारी रहा, तो पानी मंदिर श्रृंखला को पार कर बटेश्वर गांव की ओर बढ़ सकता है। ग्रामीणों राम सिंह आजाद, नरेंद्र चंद्रवंशी और राजकुमार गोस्वामी ने बताया कि तीन साल पहले 2022 में भी यमुना का पानी मंदिर के प्रवेश द्वार और सड़कों तक पहुंच गया था, जहां श्रद्धालुओं ने पानी में डुबकी लगाई थी।
बाढ़ का डर, प्रशासन सतर्क
यमुना के रौद्र रूप ने बटेश्वर के लोगों में दहशत पैदा कर दी है। ग्रामीणों को डर है कि यदि जलस्तर और बढ़ा, तो गांव में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। बाह क्षेत्र में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 129.24 मीटर से ऊपर पहुंच चुका है। हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण नदी का बहाव तेज हुआ है। जिला प्रशासन ने बटेश्वर और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविरों की व्यवस्था शुरू की गई है, और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं।
आस्था और चिंता का माहौल
मंदिर में आरती के दौरान श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ और मां कालिंदी के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। ग्रामीणों का कहना है कि यमुना की यह उग्रता पहले भी देखी गई है, लेकिन इस बार स्थिति गंभीर हो सकती है। मौसम विभाग ने आगरा और आसपास के क्षेत्रों में 4-5 सितंबर को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे यमुना का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।