कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए 21 दिनों के लॉकडाउन में देश इस वक्त बंधा हुआ है. ऐसे में कई नीजी कंपनियों ने लोगों को घरों से ही काम करने का आदेश दिया है. घर पर काम करने का मतलब है कि सबसे ज्यादा होती हैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग. लेकिन कई बार वीडियो कॉल करते वक्त कुछ गलतियों के कारण हमारी बात ढंग से नहीं हो पाती है. तो आज हम आपको खास टिप्स देने जा रहे हैं, जिनको वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करने से पहले ध्यान रखना होगा। आइए जानते हैं इनके बारे में…

वीडियो मीटिंग में रहे म्यूट
आमतौर पर लोग जब ग्रुप वीडियो मीटिंग में शामिल होते हैं, तो अपने डिवाइस का माइक्रोफोन म्यूट करना भूल जाते हैं। इससे मीटिंग में आसपास का शोर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गूगल हैंगआउट जैसे प्लेटफॉर्म पर माइक्रोफोन म्यूट करने की सुविधा मिलती है। अब आप जब भी ऑनलाइन मीटिंग के लिए जाए, तो सबसे पहले अपना माइक्रोफोन म्यूट कर दें। जैसे ही आपके बोलने की बारी आए, तो माइक्रोफोन ऑन करें।
आमतौर पर लोग जब ग्रुप वीडियो मीटिंग में शामिल होते हैं, तो अपने डिवाइस का माइक्रोफोन म्यूट करना भूल जाते हैं। इससे मीटिंग में आसपास का शोर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गूगल हैंगआउट जैसे प्लेटफॉर्म पर माइक्रोफोन म्यूट करने की सुविधा मिलती है। अब आप जब भी ऑनलाइन मीटिंग के लिए जाए, तो सबसे पहले अपना माइक्रोफोन म्यूट कर दें। जैसे ही आपके बोलने की बारी आए, तो माइक्रोफोन ऑन करें।
वीडियो कॉल से पहले सेटअप चेक करें
वीडियो कॉल के लिए सबसे जरूरी है कॉल की क्वालिटी। तो वीडियो कॉल करने से पहले एक टेस्ट रन जरूर करें, जिससे आप सामने आई खामियों को ठीक कर सकेंगे। साथ ही जिस कमरे में आप बैठे है, उसकी लाइटिंग और कैमरा एंगल को सेट करें, जिससे आपका चेहरा साफ नजर आ सके। साथ ही आपको बैकग्राउंड का भी खास ख्याल रखना होगा।
वीडियो कॉल के लिए सबसे जरूरी है कॉल की क्वालिटी। तो वीडियो कॉल करने से पहले एक टेस्ट रन जरूर करें, जिससे आप सामने आई खामियों को ठीक कर सकेंगे। साथ ही जिस कमरे में आप बैठे है, उसकी लाइटिंग और कैमरा एंगल को सेट करें, जिससे आपका चेहरा साफ नजर आ सके। साथ ही आपको बैकग्राउंड का भी खास ख्याल रखना होगा।
साउंड क्वालिटी की जांच जरूर करें
वीडियो कॉलिंग के लिए सेटअप के साथ साउंड क्वालिटी बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप अपने साथी को सुन नहीं पा रहे है, तो वीडियो कॉल का क्या मतलब है। साउंड क्वालिटी चेक करने के लिए अपने साथी से बोलने को कह सकते है, जिससे आपको ऑडियो की क्वालिटी का पता लगेगा। इसके अलावा आप एक्सटरनल माइक्रोफोन का भी इस्तेमाल कर सकते है।
वीडियो कॉलिंग के लिए सेटअप के साथ साउंड क्वालिटी बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप अपने साथी को सुन नहीं पा रहे है, तो वीडियो कॉल का क्या मतलब है। साउंड क्वालिटी चेक करने के लिए अपने साथी से बोलने को कह सकते है, जिससे आपको ऑडियो की क्वालिटी का पता लगेगा। इसके अलावा आप एक्सटरनल माइक्रोफोन का भी इस्तेमाल कर सकते है।
मीटिंग के दौरान पूरा रखे ध्यान
कई बार ऐसा होता है कि लोगों का ध्यान मीटिंग के दौरान भटक जाता है और वह ट्विटर, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया एप इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। लेकिन अन्य लोगों को इसका पता चल जाता है, क्योंकि वह मीटिंग के दौरान जूम एप इस्तेमाल करते हैं। जूम एप में ऐसी सेटिंग है, जिससे होस्ट आसानी से देख सकता है कि बाकि लोग मीटिंग के दौरान क्या कर रहे हैं। तो ऐसे में अपना पूरा ध्यान मीटिंग में ही रखें।
कई बार ऐसा होता है कि लोगों का ध्यान मीटिंग के दौरान भटक जाता है और वह ट्विटर, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया एप इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। लेकिन अन्य लोगों को इसका पता चल जाता है, क्योंकि वह मीटिंग के दौरान जूम एप इस्तेमाल करते हैं। जूम एप में ऐसी सेटिंग है, जिससे होस्ट आसानी से देख सकता है कि बाकि लोग मीटिंग के दौरान क्या कर रहे हैं। तो ऐसे में अपना पूरा ध्यान मीटिंग में ही रखें।